Gwalior News: बच्चों के एंटीबायोटिक सिरप में काले कीड़े निकलने के मामले में भोपाल से जांच दल ग्वालियर भेजने का आदेश होने के बाद तत्काल भोपाल टीम रवाना की गई है. ग्वालियर सीएमएचओ सचिन श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि इस मामले मे सरकार ने एक जांच दल गठित कर दिया है, जो भोपाल से ग्वालियर के लिए रवाना हो चुका है. देर शाम तक इसके ग्वालियर पहुंचने की सम्भावना है. एनडीटीवी लगातार प्रमुखता से दवा मे कीड़ा निकलने की खबर दिखा रहा है.
राज्य सरकार ने लिया कड़ा एक्शन
एनडीटीवी ने यह खबर प्रमुखता से दिखाई है कि ग्वालियर में बच्चों के एंटीबायोटिक सिरप में कीड़े निकलने का मामला सामने आया है. इसकी शिकायत मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. कोल्ड्रिफ के बाद अब बच्चों को दिए जाने वाले एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसीन ओरल सस्पेंशन सिरप में कीड़े निकलने की शिकायत सिविल सर्जन से की गई है. कीड़े निकलने की सूचना मिलते ही ड्रग डिपार्टमेंट ने संज्ञान लिया है विभाग ने एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसीन सिरप के वितरण पर रोक लगाते हुए सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं.
जब महिला ने अस्पताल से मिले सिरप की शीशी खोलकर बच्चे को पिलाने के लिए निकाला तो वह चौंक पड़ी. महिला को उसमें काले रंग का कीड़े की तरह दिखने वाला कोई एलिमेंट दिखा. महिला तत्काल शीशी और बाकी तरल पदार्थ लेकर तत्काल अस्पताल पहुंची और इसकी शिकायत सिविल सर्जन डॉ आरके शर्मा से की गई.
दवा का वितरण रोका गया
इस मामले की सूचना खाद्य और औषधि डिपार्टमेंट को मिली तो फटाफट उसमें संज्ञान लिया गया. ड्रग इंस्पेक्टर अनुभूति शर्मा के नेतृत्व में जांच टीम सिविल हॉस्पिटल मुरार के प्रसूति अस्पताल के दवा स्टोर पर पहुंची. जहां से एंटीबायोटिक ओरल सस्पेंशन सिरप एजिथ्रोमाइसीन के सैंपल कलेक्ट किए गए. ड्रग इंस्पेक्टर अनुभूति शर्मा के निर्देश पर दवा का वितरण तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है. इसके अलावा वितरण केंद्रों पर जो सिरप सप्लाई की गई है. वहां से इसे रिकॉल कर कलेक्ट किया गया है. इस गंभीर मुद्दे से जुड़ी खबर सामने आने के बाद न सिर्फ एजिथ्रोमाइसीन के सैंपल लिए गए हैं, बल्कि कुछ अन्य दवाओं को भी जांच के दायरे में लिया गया है.
अभी तक जो जानकारी सामने आई है कि भोपाल स्थित सरकारी स्टोर से यह सिरप सप्लाई किया गया था. ऐसे में बैच नंबर के आधार पर जानकारी भी जुटाई जा रही है, ताकि इस बैच के सिरप मध्य प्रदेश के जिन जिलों में सप्लाई हुए हैं वहां इनफॉरमेशन देकर उनके वितरण पर रोक लगाई जा सके. ड्रग इंस्पेक्टर अनुभूति शर्मा ने स्पष्ट कहा है कि यदि सैंपलों की जांच में अमानक तत्व पाए जाते हैं, तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
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