Islamophobia in Indore: मध्य प्रदेश के इंदौर से इस्लामोफोबिया से संबंधित बहुत ही शर्मनाक खबर सामने आ रही है. दरअसल, कुछ दिन पहले विधायक पुत्र ने शीतला बाजार के व्यापारियों को आदेश जारी कर कहा था कि यहां कि दुकानों में मुस्लिम सेल्समेन को काम नहीं दिया जाएगा. इसी के साथ जो दुकानों को किराए पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ले रखा है. उन्हें भी 2 महीने के अंदर खाली करने को कहां गया.
अपने रोज़गार पर आते खतरे को देखते हुए ऐसे सभी सेल्समैन ने साइलेंट प्रोटेस्ट पोस्टर लेकर बुधवार को अपना विरोध दर्ज कराया. इस दौरान इन लोगों ने अपने हाथों में बैनर लेकर इस आदेश के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया.
पुलिस बनी मूकदर्शक
जो मार्केट पहले भाईचारे से चलता था, उसी में सुनियोजित तरीके से अब नफरत घोलने कि कोशिश की जा रही हैं. वहीं इंदौर का प्रशासन इस मुद्दे पर मौन है. पिछले दिनों कांग्रेस ने इसी मुद्दे पर पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देकर हस्तक्षेप करने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि नफरत भरे आदेश के खिलाफ शख्ती से विरोध किया जाए, लेकिन पुलिस ने भी अभी तक इस मामले में कोई संज्ञान नहीं दिया है.
सड़क पर उतरे पीड़ित
परिणामस्वरूप बुधवार को मजबूरन उस बाजार में काम करने वाले और किराए से दुकान लेकर कारोबार करने वाले व्यापारी सड़कों पर उतरे और आमजन से इस नफरती आदेश का विरोध करने की अपील की. दरअसल, कई लोग इनमें ऐसे हैं, जो हिन्दू और मुस्लिम है और पार्टनर बनकर दुकान चलाते हैं. उनको भी हटाने के आदेश दिए गए है.
ऐसे सभी हिन्दू व्यापारियों ने भी इस मौन रैली में शामिल होकर अपना विरोध दर्ज किया और पुलिस से मांग की कि ऐसे आदेश देने वाले पर सख्त कार्रवाई की जाए.