भाजपा नेता के विवादित बयान से बवाल, दलित समाज ने थाने में फेंकी चूड़ियां; गिरफ्तारी की मांग

छत्तीसगढ़ के मंडीदीप में BJP leader controversy बढ़ गई है, जहां एमएल शुक्ला के आरक्षण पर दिए बयान का viral video सामने आया. Dalit protest उभर आया और महिलाओं ने थाने में चूड़ियां फेंककर गिरफ्तारी की मांग की. SC ST OBC rights को लेकर political controversy तेज हुई है.

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BJP Leader Controversy: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के मंडीदीप में भाजपा नेता और ठेकेदार एमएल शुक्ला की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. आरक्षण को लेकर दिए गए उनके आपत्तिजनक बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हालात गरमा गए. दलित समाज ने इस बयान पर कड़ा विरोध जताया और गिरफ्तारी की मांग को लेकर थाने तक पहुंच गया.

वायरल वीडियो से बढ़ा विवाद

मंडीदीप में एमएल शुक्ला का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे आरक्षण को लेकर एससी, एसटी और ओबीसी समाज पर अमर्यादित टिप्पणी करते दिखाई देते हैं. वीडियो वायरल होते ही लोगों में नाराज़गी फैल गई और देखते ही देखते मामला राजनीतिक बहस में बदल गया.

नगर पालिका कार्यालय के बाहर धरना

विवाद बढ़ने के बाद दलित समाज के लोगों ने नगर पालिका परिषद कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. लोगों ने बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की फोटो रखकर धरना दिया और शुक्ला के बयान को सामाजिक सद्भावना पर हमला बताया.

चूड़ियां फेंककर जताया विरोध

गुस्सा इतना बढ़ गया कि बड़ी संख्या में दलित महिलाएं और पुरुष थाने पहुंच गए. महिलाओं ने थाने के अंदर एमएल शुक्ला के नाम चूड़ियां फेंकीं और कहा कि जब सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो समाज खुद जवाब देगा. उनकी मांग साफ थी कि शुक्ला को तुरंत गिरफ्तार किया जाए.

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कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी दिया ज्ञापन

कांग्रेस नेताओं ने भी मामले में हस्तक्षेप किया. कार्यकर्ता थाने पहुंचे और पुलिस को ज्ञापन सौंपा. उनका कहना था कि शुक्ला का बयान न केवल असंवेदनशील है बल्कि दलित और पिछड़े वर्गों के सम्मान पर सीधा हमला है. इसलिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूरी है.

वाल्मीकि समाज ने दी चेतावनी

वाल्मीकि समाज के सदस्यों ने भी बयान को अस्वीकार्य बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एमएल शुक्ला सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तो समाज की महिलाएं उन्हें चूड़ियां पहनाकर विरोध दर्ज कराएंगी. उनका कहना है कि ऐसे बयान समाज को बांटने का काम करते हैं और यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया ज्ञापन

विरोध के बीच समाज के प्रतिनिधियों ने मंडीदीप टीआई को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा. इसमें मांग की गई कि एमएल शुक्ला पर तत्काल कार्रवाई हो और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं.