पहली बार चारों तरफ घूमेगा रावण का सिर, छतरपुर में होगा सबसे बड़े पुतले का दहन

रावण का यह पुतला पिछले 25 दिनों से अन्नपूर्णा रामलीला समिति की ओर से रामचरित मानस मैदान में बनाया जा रहा था जो आज पं. बाबूराम चतुर्वेदी स्टेडियम में बनकर तैयार हो गया है.

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छतरपुर में होगा इस विशालकाय रावण का दहन

Dussehra in Chhatarpur News: छतरपुर (Chhatarpur) में दशहरा (Dussehra) पर्व को मनाने के लिए इस बार कुछ खास तैयारी की गई है. यहां रावण (Ravana) के पुतले को विशेष रूप से तैयार किया गया है. इस बार रावण के पुतले का विशालकाय सिर चारों तरफ घूमता हुआ दिखाई देगा. स्टेडियम में आज के दिन जलने वाले रावण के इस पुतले को इस बार कलाकारों ने खास तरीके से बनाया है.

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कौन बनाता है रावण का पुतला?

रावण का यह पुतला पिछले 25 दिनों से अन्नपूर्णा रामलीला समिति की ओर से रामचरित मानस मैदान में बनाया जा रहा था जो आज पं. बाबूराम चतुर्वेदी स्टेडियम में बनकर तैयार हो गया है. अन्नपूर्णा रामलीला समिति के कोषाध्यक्ष राधिका गुप्ता ने बताया कि अन्नपूर्णा रामलीला समिति पिछले 70 साल से रामलीला मंचन के माध्यम से भगवान राम के जीवन दर्शन को जनमानस तक पहुंचाने का काम कर रही है. बाबूराम स्टेडियम में रावण दहन कार्यक्रम के लिए सभी नगर वासियों को आमंत्रित किया जाता है. इस मौके पर पूरा स्टेडियम खचाखच भरा हुआ होता है और सब लोग इसका आनंद उठाते हैं.

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25 दिनों से मेहनत कर रहे 15 कारीगर

इस पुतले का निर्माण कर रहे कलाकार धर्मपाल रैकवार ने बताया कि लगभग 25 दिनों तक इस पुतले के निर्माण में 15 कारीगरों ने मेहनत की है. पुतले के निर्माण में पहले चार ढांचे बनाए जाते हैं. फिर इन्हें एक-दूसरे के साथ जोड़कर कपड़े की सिलाई और आतिशबाजी भरी जाती है. इस बार रावण का सिर चारों तरफ घूमेगा. सिर के ऊपर एक विशेष छतरी और हाथ में विशेष तलवार भी होगी. रावण के पुतले के भीतर रंगबिरंगी आतिशबाजी भरी गई है.