Bhopal Raid: फर्श के नीचे छुपा रखा था 245 किलो चांदी, 55 किलो सोने के बाद पूर्व हवलदार के ठिकाने से मिला करोड़ों का माल

Bhopal IT Raid: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक के काले खजाने को लेकर पल-पल नए खुलासे हो रहे हैं. अब उसके ठिकाने से क्या मिला?

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Bhopal IT Raid: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक के काले खजाने को लेकर पल-पल नए खुलासे हो रहे हैं. एक तरफ जहां लावारिस कार में मिले 55 किलो सोना और 15 करोड़ कैश के तार भी पूर्व हवलदार से जुड़ रहे हैं. वहीं उसके अलग-अलग ठिकानों से अकूत संपत्ति का भंडाफोड़ हो रहा है. दरअसल, लोकायुक्त पुलिस परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के घर और उससे संबंधित अन्य स्थानों पर छापेमारी कर रही है. अब अधिकारियों ने जो खुलासा किया है उसे सुनकर कोई भी हैरान हो सकता है. 

परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक के ठिकानों पर लोकायुक्त की छापेमारी में 8.50 करोड़ रूपये से ज्यादा कैश बरामद हो चुका है. वहीं 245 किलो चांदी घर के फर्श के अंदर से मिली. यह रेड गुरुवार से जारी है. सौरभ के अरेरा कॉलोनी स्थित घर पर  चल रही कारवाई दूसरे दिन भी चल रही है. इस दौरान 67 प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज लोकायुक्त अधिकारियों के हाथ लगे. वहीं कुछ नौकरशाहों से लेनदेन से जुड़े दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. 

Advertisement

Advertisement

गुरुवार को क्या मिला था? 

लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के दो ठिकानों पर छापा मारा. इस दौरान उनके घर से 4 करोड़ रुपये नकद मिले. वहीं छापेमारी के दौरान 50 लाख के सोने-हीरे, 60 किलों चांदी भी मिले. इसके 4 एसयूवी, 22 प्रॉपर्टी के दस्तावेज और नोट गिनने की 7 मशीनें भी मिली.

Advertisement

लावारिस कार में सोना ही सोना

आयकर विभाग और पुलिस ने मध्य प्रदेश के भोपाल में एक लावारिस एसयूवी से 40 करोड़ रुपये मूल्य के 55 किलोग्राम सोने के बिस्किट और 15 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है. जिस वाहन से यह चीजें बरामद हुई हैं, उसमें इसके अलावा और भी सामान रखे हुए थे. सौरभ शर्मा के पार्टनर चेतन गौर की गाड़ी में यह सोना और कैश मिला. 

कैसे बना मालामाल? 

पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के पिता आरके शर्मा सरकारी डॉक्टर थे, लेकिन 2015 में उनका देहांत हो गया, जिसके बाद सौरभ को परिवहन विभाग में अनुकंपा पर नियुक्ति मिली. हालांकि 7 साल तक नौकरी करने के बाद वीआरएस ले लिया. इसके बाद उसने कंस्ट्रक्शन लाइन पकड़ ली. हालांकि उसने इतनी संपत्ति कैसे बनाई इसे लेकर अभी कोई खुलासा नहीं हुआ है. 

इसे भी पढ़ें- 55 किलो सोना और 15 करोड़ कैश ही नहीं ‘चेतन की गाड़ी' में मिले ये सामान, सामने आईं तस्वीरें

Topics mentioned in this article