Bangladeshi Infiltration News Update: भोपाल पुलिस (Bhopal Police) ने राजधानी के बुधवारा से इलाके से अब्दुल कलाम नामक बांग्लादेशी नागरिक (Bangladeshi Citizen) को हिरासत में लिया है. आरोप है कि यह भोपाल में बीते 8 सालों से किन्नर के रूप में रह रहा था. पुलिस जांच के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं.
बांग्लादेशी मूल का यह व्यक्ति पिछले 8 सालों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नेहा नाम से किन्नर समुदाय में सक्रिय था. जांच में सामने आया है कि अब्दुल ने स्थानीय एजेंटों की मदद से आधार कार्ड, राशन कार्ड और पासपोर्ट बनवाए.
डिपोर्ट की तैयारी शुरू
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद दस्तावेज तैयार करने में शामिल दो युवकों से पूछताछ की जा रही है, जिनके जरिए फर्जीवाड़े का बड़ा नेटवर्क सामने आने की संभावना है. आरोपी अब्दुल कलाम को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
असलियत जानने में जुटी पुलिस
क्या वह वाकई में किन्नर है, या किन्नर का रूप बनाकर यह रह रहा था. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है. बताया जाता है कि इससे पहले महाराष्ट्र में भी वह किन्नर की तरह ही रह रहा था. फिलहाल, पुलिस ने 30 दिन के लिए बांग्लादेशी नागरिक को हिरासत में रखा है.
8 वर्ष की उम्र में ही आ गया था भारत
बांग्लादेशी नागरिक से इंटेलिजेंस और ATS भी पूछताछ कर रही है. दस्तावेजों की जांच की रही है. इसके बाद डिपोर्ट करने की प्रक्रिया की जाएगी. दरअसल यह शख्स 20 साल तक मुम्बई में भी रह चुका है. 10 साल की उम्र में यह भारत आया था और वह 8 साल से भोपाल में किन्नर की तरह रह रहा है.
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एडिशनल DCP शालिनी दीक्षित ने बताया कि यह 8-10 सालों से भोपाल में रह रहा था. इसके पहले वह महाराष्ट्र में था. उन्होंने बताया कि हमें मुखबिर से सूचना मिली थी. इसके बाद आइडेंटिफिकेशन किया गया. अब इसके दस्तावेजों की जांच की जा रही है. बीच में वह बांग्लादेश भी गया था. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और संबंधित विभागों से रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है. साथ ही इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या दूसरे किन्नरों ने भी इस मामले में कोई भूमिका निभाई थी. इसके साथ ही अब्दुल्ला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
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