Bhopal Rape & Blackmail Kand: रेप और ब्लैकमेलिंग मामले की जांच करने कॉलेज पहुंची महिला आयोग की टीम, जुटाए सबूत

Girls Rape and Blackmailing Incident: भोपाल में कॉलेज छात्राओं से रेप, गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम जांच पड़ताल कर रही है. टीम ने रायसेन रोड स्थित कॉलेज और क्लब 90 का दौरा किया, जहां कॉलेज प्रशासन, अधिकारियों और पीड़ित छात्राओं को पढ़ाने वाले स्टाफ से पूछताछ की गई.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins

Bhopal Rape and Blackmail Case: भोपाल में कॉलेज छात्राओं से रेप, गैंगरेप, ब्लैकमेलिंग के मामले को लेकर महिला आयोग की टीम रायसेन रोड स्थित कॉलेज पहुंची, जहां कॉलेज प्रशासन, अधिकारियों और पीड़ित छात्राओं को पढ़ाने वाले स्टाफ से पूछताछ हुई. भोपाल में हुए रेप कांड को लेकर कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रीय महिला आयोग ने टीम गठित की थी. वह टीम पिछले तीन दिनों से भोपाल में जांच पड़ताल कर रही है. इसी क्रम में टीम सोमवार को कॉलेज पहुंची. इस दौरान टीम के साथ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे.

एडीसीपी महावीर मुजाल्द ने बताया कि महिला आयोग की टीम कॉलेज के अलावा क्लब 90 भी पहुंची थी, जो कॉलेज से लगभग 100 मीटर दूर है. आयोग की टीम किसी को बता कर काम नहीं कर रही है. उनकी टीम बनी हुई है. वे जगह-जगह पहुंच कर जांच कर रहे हैं फिलहाल टीम भोपाल में ही रहेगी.

Advertisement

क्लब के कमरों को देखा

आरोप है कि पीड़िताओं को लेकर आरोपी क्लब 90 लेकर भी पहुंचे थे. अब राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम इस क्लब से तथ्य जुटाने की कोशिश कर रही है. टीम ने क्लब में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की. साथ ही वहां बने कमरों को भी देखा. टीम जांच के बाद रिपोर्ट को 10 दिनों में पेश करेगी.

Advertisement

डीसीपी डॉ. संजय अग्रवाल ने बताया कि फरहान के मोबाइल से जो वीडियो मिले हैं, उनमें दुष्कर्म और हिंसा साफ दिख रही है. गैंगरेप की धाराएं जोड़ दी गई हैं.

Advertisement

इस तरह हुआ खुलासा

इस पूरे मामले के खुलने की शुरुआत इसी वर्ष अप्रैल की 10 तारीख से हुई. उस दिन बागसेवनिया थाने में पुलिसकर्मियों के पास एक डरी-सहमी लड़की पहुंची थी और बताया, “सर, एक लड़का मुझे परेशान कर रहा है. उसके मोबाइल की जांच होनी चाहिए.”

इसके बाद थानेदार ने आरोपी लड़के को बुलाया और उसका मोबाइल जब्त कर लिया. इस दौरान पुलिस ने उसके मोबाइल की चेकिंग की तो पुलिस महकमा हिल गया. जब मामले का खुलासा हुआ तो पूरा भोपाल शहर आग-बबूला हो गया. उस मोबाइल में 12 से ज्यादा अश्लील वीडियो थे. हर वीडियो में एक अलग लड़की थी.

इसके बाद जांच में सनसनीखेज खुलासा हुआ, जो रेप, गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग का नेटवर्क था. इसने भोपाल और आसपास की लड़कियों को फंसा रखा था. पुलिस को शक है कि ये वीडियो पोर्न इंडस्ट्री में बेचने की तैयारी थी. पुलिस ने मोबाइल से डिलीट वीडियो भी रिकवर करवा रही है और जांच कर रही है. इसके अलावा पुलिस आरोपियों के बैंक खातों की जांच कर रही है.

2022 में शुरू हुआ था ये मामला

यह खौफनाक मामला 2022 में हुआ था. एक कॉलेज के बाहर कुछ युवक बातचीत कर रहे थे. वहां 11वीं क्लास में पढ़ने वाली एक लड़की अपनी बड़ी बहन से मिलने पहुंची थी. आरोपियों ने बड़ी से दोस्ती के बहाने छोटी बहन को निशाना बनाया. आरोप है कि 16 साल की नाबालिग पीड़िता को फरहान उसे बाइक पर घुमाने ले जाता था. फिर एक दिन भोपाल के अशोका गार्डन इलाके में एक कमरे में ले जाकर उसका बलात्कार किया और वीडियो बना लिया. आरोपी ने धमकी दी कि अगर किसी से कुछ कहा तो सबको दिखा दूंगा.

इसके बाद आरोपी ने जबरदस्ती, मारपीट, दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी. 8 अप्रैल की रात फरहान इंदौर पहुंचा और आधी रात को लड़की के घर का दरवाजा खटखटाया. उसने चाकू दिखाकर मोबाइल छीन लिया और न्यूड वीडियो बनाने लगा.

लड़कियां कईं, लेकिन फंसाने का तरीका एक

इसके बाद लड़की ने हिम्मत करके परिवार और रिश्तेदारों से बात की. फिर 10 अप्रैल को भोपाल के बागसेवनिया थाने पहुंच गई. जब फरहान को हिरासत में लिया गया और उसका फोन खंगाला तो पुलिस के होश उड़ गए. उस मोबाइल में सिर्फ एक लड़की नहीं, बल्कि नौ और लड़कियों के वीडियो थे. इन लड़कियों की कहानी भी ऐसे ही जुड़ी थी, पहले दोस्ती, फिर प्यार और रेप. इसके बाद ब्लैकमेलिंग.

अब तक 6 लड़कियां आईं सामने

लड़की ने वीडियो देखकर दूसरी पीड़ित लड़कियों की पहचान की और उनसे संपर्क किया. उन्हें हिम्मत दी. इसके बाद कुछ लड़कियां जो बदनामी के डर से पढ़ाई छोड़कर गांव लौट गई थीं, वो भी लौट आईं. मामले में अब तक 6 लड़कियां FIR दर्ज करा चुकी हैं.

ये हैं आरोपी

  • इस मामले में फरहान खान मुख्य आरोपी है, जो लड़कियों को फांसने वाला गिरोह का मास्टरमाइंड है. इसने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर कई लड़कियों से ज्यादती की.
  • साहिल खान- मूलतः पटना का रहने वाला है. अशोका गार्डन इलाके में डांस क्लास चलाता था. इसके मोबाइल में कई आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं.
  • अली खान-  जून 2024 में अशोका गार्डन के एक होटल में बंगाल की छात्रा से दुष्कर्म किया. वीडियो बनाकर फरहान को भेजा. जुलाई 2024 में मिलने के बहाने बुलाया. यहां पहले से फरहान मौजूद था. वीडियो वायरल करने का डर दिखाकर फरहान ने गलत काम किया.
  • साद उर्फ शम्स उद्दीन- यह मैकेनिक है और फरहान का दोस्त है. 500-500 रुपये के लालच में यही लड़कियों को लाता-ले जाता था. फरहान के कहने पर जबरदस्ती उन्हें गांजा पिलाने का काम भी करता था.
  • अबरार- कोलकाता का रहने वाला है. भोपाल पढ़ने आया था, लेकिन पढ़ाई बीच में छोड़कर वापस चला गया. गिरफ्तारी के लिए टीम कोलकाता रवाना हुई है. इसके कमरे में लड़कियों से दुष्कर्म हुआ.
  • नबील- बिहार का रहने वाला है. बीच में ही पढ़ाई छोड़कर चला गया. लड़कियों को बदनाम करने में इसकी भूमिका रही है. इसी के कमरे का इस्तेमाल किया गया.

ये भी पढ़ें- Kachcha Chittha: भोपाल कॉलेज रेप और ब्लैकमेल कांड के सातों दरिंदों की कुंडली, जानिए कैसे चंगुल में फंसी छात्राएं?

अबरार फरार, फरहान के पैर में लगी गोली

इस मामले में सिर्फ अबरार फरार है. 2 मई की रात करीब 11 बजे भोपाल की अशोका गार्डन थाना पुलिस फरहान को लेकर उसके साथी अबरार की तलाश और सबूत जुटाने के लिए सीहोर के बिलकिसगंज के लिए निकली थी. इसी दौरान आरोपी ने रास्ते मे टॉयलेट करने का बहाना बनाया और गाड़ी रुकवाई. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने सब इंस्पेक्टर से पिस्टल छीनने की कोशिश की. पुलिस और आरोपी के बीच बंदूक छीनने को लेकर फरहान के पैर में गोली लग गई.

एसआईटी भी कर रही जांच

उधर सरकार ने पूरे राज्य में लड़कियों के साथ योजनाबद्ध तरीके से प्रेमजाल, धोखे, धमकी के माध्यम से धर्मांतरण की जांच को लेकर राज्य स्तरीय SIT का गठन कर दिया है. टीम की कमान भोपाल देहात के आईजी अभय सिंह को सौंपी गई है. यह टीम संबंधित जिलों में हुई ऐसी घटनाओं की पहचान और विस्तृत जांच करेगी. जिनमें युवतियों और किशोरियों या महिलाओं को बहलाकर, धमकाकर या प्रलोभन देकर धर्मातरण के लिए विवश किया गया हो. किसी अंतरराज्यीय या विदेशी नेटवर्क की संलिप्तता की भी जांच की जाएगी.