Bhopal: मरीज के लिए फरिश्ता बनकर आई CPHD एनजीओ, मिला ऑक्सीजन सिलेंडर

महिला मरीज की तबियत खराब होने पर रेलवे अधिकारियों ने सीपीएचडी एनजीओ से अनुरोध कर ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाया. एनजीओ ने तुरंत महिला की मदद करते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया और उनकी जान बचाई.

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NGO ने मरीज को सही तरीके से नया फ्लो मीटर लगा कर भरा हुआ सिलेंडर उपलब्ध कराया.

Madhya Pradesh News: भोपाल में शुक्रवार देर रात को सीपीएचडी एनजीओ (CPHD NGO) ने एक बार फिर मरीज की मदद की. जिसके चलते अस्थमा से पीड़ित गंभीर महिला मरीज को ऑक्सीजन सिलेंडर मिल पाया और उनकी जान बच पाई. दरअसल, कल देर रात करीब 1 बजे भोपाल रेलवे स्टेशन में अस्थमा मरीज की हालत बिगड़ गई. जिसके बाद रेलवे अधिकारियों ने सीपीएचडी एनजीओ से अनुरोध कर ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाया. एनजीओ ने तुरंत महिला की मदद करते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया और उनकी जान बचाई.

अस्थमा पीड़ित है मरीज

जानकारी के मुताबिक, 45 वर्षीय महिला अस्थमा की गंभीर मरीज है. वह मुंबई से आगरा की ओर राजधानी एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 22221 से सफर कर रही थी. इसी दौरान उसकी तबियत बिगड़ गई, जिसके बाद रेलवे अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. इसके बाद अधिकारियों ने एनजीओ से मदद मांगी. ट्रेन 13 अक्टूबर 2023 को भोपाल (Bhopal Railway Station) रात में 2:00 बजे पहुंची. तब तक एनजीओ के सदस्य समय से पहले ही ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर स्टेशन पहुंच गए. 

दोबारा मंगाना पड़ा ऑक्सीजन सिलेंडर

ऑक्सीजन सिलेंडर का नोजल जाम होने की वजह से खुल नहीं पा रहा था, जिसकी वजह से ट्रेन लेट होने लगी और अधिकारी ट्रेन को रवाना करने के लिए तैयार थे. इसके बाद एनजीओ के सदस्यों ने रेलवे अधिकारियों से अनुरोध किया और 15 मिनट के अंदर पुनः दो ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए, जो कि गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया से मंगाए गए थे. 

एनजीओ सदस्यों को आई चोट

खास बात यह रही कि जब दूसरे सिलेंडर में एनजीओ के सदस्य द्वारा फ्लो मीटर लगाने की कोशिश की जा रही थी, तब फ्लो मीटर में अत्यधिक प्रेशर होने के कारण जोर से फूट गया. जिसके चलते एनजीओ के दो वॉलेंटियर को चेहरे और पैर में चोंट आई हैं. वॉलेंटियर जब तक नए सिलेंडर में फ्लो मीटर लगा पाते इतने में अधिकारियों के कहने पर ट्रेन चल पड़ी. जिसके बाद एनजीओ के वालंटियर ने चेन पुलिंग करके ट्रेन को रोका और मरीज को सही तरीके से नया फ्लो मीटर लगा कर भरा हुआ सिलेंडर उपलब्ध कराया.

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एनजीओ ने इससे पहले भी की है मरीजों की मदद

यह सारी व्यवस्थाएं रात में 1 बजे से लेकर लगभग 3:30 बजे के दौरान की गईं. ट्रेन तकरीबन 30 मिनट तक स्टेशन पर रुकी रही. मरीज को ऑक्सीजन से भरा सिलेंडर मिलने पर मरीज के परिवार का भावुक हो गया. यह पहली बार नहीं है जब सीपीएचडी एनजीओ ने किसी मरीज की मदद की हो, इससे पहले भी इस एनजीओ ने 4 बार रेलवे के अनुरोध पर तुरंत मदद पहुंचाई है. यह सिलसिला पिछले डेढ़ साल से चला आ रहा है, जब इमरजेंसी में एनजीओ के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाई जा रही है.

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