CM मोहन का ऐलान! डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम होगा भोपाल का सबसे बड़ा फ्लाईओवर, जानिए कैसे मिलेगी जनता को राहत

Ambedkar Bridge Bhopal Flyover: यह फ्लाई-ओवर डी.बी. मॉल, बोर्ड ऑफिस, प्रगति पेट्रोल पंप और मानसरोवर चौराहे जैसे भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों पर यातायात का दबाव कम करेगा. शुरुआती आंकलन के अनुसार 60% यातायात इस फ्लाई-ओवर से गुजरेगा, जबकि शेष 40% यातायात पुराने मार्गों का उपयोग करेगा.

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Bhopal Flyover: सीएम का ऐलान अंबेडकर ब्रिज के नाम से जाना जाएगा राजधानी का सबसे बड़ा फ्लाईओवर

Ambedkar Bridge Bhopal: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने आज 23 जनवरी को गायत्री मंदिर से गणेश मंदिर तक निर्मित भोपाल के सबसे बड़े एलिवेटेड कॉरिडोर का लोकार्पण कर दिया है. नये ब्रिज के शुरू होने से न केवल यातायात और अधिक सुगम होगा, बल्कि शहर के विकास को भी गति मिलेगी. सीएम मोहन यादव ने ऐलान करते हुए कहा कि यह ब्रिज डॉ भीमराव अंबेडकर ब्रिज (Ambedkar Bridge) के नाम से पहचाना जाएगा. पहले इसका नाम जीजी फ्लाईओवर (GG Flyover) था. भोपाल के लिए यह बड़ी सौगात है. इस ब्रिज के बनने से यातायात पूरी तरह से सुगम होगा आम लोगों को राहत मिलेगी. भोपाल के लिए यह सबसे बड़ा ब्रिज होगा, जो 156 करोड रुपए की लागत से बना है. उद्घाटन के बाद सबसे पहले ब्रिज से सीएम का काफिला गुजरा. सीएम ने कहा आज नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी की जयंती पर इस नए नये ब्रिज का लोकार्पण होना बहुत ही महत्वपूर्ण है.

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कई अड़चनों के बाद मिली है सौगात : सीएम

सीएम मोहन यादव ने कहा कि इस ब्रिज को बनाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, कई अड़चने आईं. दिक्कतों को देखना पड़ा आखिरकार ये बनकर तैयार हुआ. कल महेश्वर में कैबिनेट होगी, पूरा मंत्रिमंडल मौजूद रहेगा. कल कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव पास करेंगे, अब 180 करोड़ का ब्रिज भोपाल के बावड़ियां कला में बनेगा. हम वृहद राजधानी परियोजना की घोषणा करेंगे, भोपाल और आसपास के शहरों को जोड़ेंगे. एमपी में पुल, पुलिया और सड़कों के लिए गुजरात मॉडल लागू करेंगे.

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बैरागढ़ के ब्रिज का जल्दी ही लोकार्पण किया जाएगा. साथ ही भोपाल के बावड़िया कलां में ₹180 करोड़ की लागत से नया ब्रिज बनाया जाएगा.

कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कहा कि रानी दुर्गावती, झांसी की रानी और अहिल्या माता सहित सभी मातृशक्तियों ने भारत के गौरव को बढ़ाया है. कल अहिल्या माता के धाम महेश्वर में मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित होगी. प्रदेश में महिला सशक्तिकरण से संबंधित नई नीति तैयार है. भोपाल, रायसेन, विदिशा और सीहोर जिले को मिलाकर प्रदेश सरकार जल्द ही वृहद राजधानी परियोजना भी लेकर आ रही है.

कैसा है यह ब्रिज?

यह फ्लाईओवर दो हिस्सों में बना है. इसमें 2534 मीटर की मुख्य लेन है, जबकि 200 मीटर की थर्ड लेग है. थर्ड लेग गायत्री मंदिर के पास का आखिरी छोर है, जहां से फ्लाईओवर का ट्रैफिक दो भागों में बंटेगा. वहीं गणेश मंदिर से वल्लभ भवन चौराहा की ओर आने वाली पहली और दूसरी आर्म का काम 10 दिन पहले ही पूरा हो चुका है.

क्या फायदा होगा?

इस ब्रिज से एमपी नगर का 60 प्रतिशत ट्रैफिक यानी 6 हजार गाड़ियां गुजरेंगी. लगभग 3 किमी ब्रिज से सिर्फ 5 मिनट में यह दूरी पूरी हो जाएगी, जबकि पहले जाम की वजह से 30 मिनट से अधिक लग जाते थे.

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