Bhojshala Dhar: मध्य प्रदेश के धार की ऐतिहासिक इमारत भोजशाला और कमाल मौला मस्जिद के विवाद को सुलझाने के लिए सर्वे का काम कर रही एएसआई की टीम को खुदाई के दौरान ऐसी चीज मिली कि ये मामला सुलझने के बजाय और उलझता नजर आ रहा है. दरअसल, यहां खुदाई के दौरान एएसआई की टीम को बुद्ध प्रतिमा मिली थी. इसके बाद धार जिले में निवास करने वाले बौद्ध समाज और उनके संगठन बुद्धिस्ट इन्टरनेशनल नेटवर्क की शाखा ने यहां भव्य बौद्ध मठ बनाया जाए.
इस संबंध में बौद्ध समाज के लोगों ने बुधवार 8 मई को राष्ट्रपति के नाम डिप्टी कलेक्टर आशा पंवार को ज्ञापन दिया, जिसमें प्रमुख रूप से मांग की गई है कि जिस तरह अयोध्या में श्री राम की प्रतिमा मिली थी, तो वहां मंदिर निर्माण किया गया. ठीक उसी तरह बौद्धशाला में भी तथागत गौतम बुद्ध की प्रतिमा खुदाई में मिली है, तो उस स्थल पर भव्य बौद्ध मठ बनाया जाए और इमारत का नाम बौद्धशाला रखा जाए. साथ ही इमारत के सर्वे उत्खनन टीम में बौद्ध समाज के प्रतिनिधि को भी सदस्य बनाया जाए.
पूजा की भी मांगी इजाजत
इसके साथ इस आवेदन में मांग की गई है कि 23 मई 2024 को बुद्ध पूर्णिमा है. लिहाजा, इस दिन तथागत बुद्ध की 2586 वीं जन्म जयंती पर बौद्धशाला में "बौद्ध वंदना" के लिए वहां पूरे दिन नि:शुल्क प्रवेश दिया जाए. एडवोकेट मनोहर सिंह चावड़ा ने ये आवेदन पढ़कर मीडिया को बताया. इस अवसर पर बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क के जिला प्रभारी बीएल सोनगरा के साथ विनोद मालवीय, राहुल गुजराती, एडवोकेट रवि पाटीदार, एडवोकेट जेके पटेल, एडवोकेट बीएस चौहान, एडवोकेट मुकेश यादव, एडवोकेट एस पटेल, एडवोकेट पारस चावडा, एड. अबजल गुरूजी, चिराग परमार, भंवर सिंह बदनावर, केशुभाई यादव शेगढ, सुनेर सिंह कायत, राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद धार के के कृष्णा सिंगार, भेरूलाल इम्लीयार, सुनिल एजरा सरदारपुर, महेंद्र डावर आदि सैकडो साथी व समाज गण उपस्थित थे.