स्कूल संचालक की बहू के आत्महत्या मामले ने पकड़ा तूल, सुसाइड नोट मिलने के बाद थाने पहुंचे परिजन

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के भिंड जिले में स्कूल संचालक की बहू का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला था. मायके वालों ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है.

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भिंड में चार दिन पहले स्कूल संचालक की बहू की आत्महत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. ससुरालियों पर एफआईआर की मांग को लेकर लड़की के परिजनों ने कोतवाली थाने का घेराव किया, जिसमें मुरैना के राजनीतिक दल के नेता भी शामिल हुए. इस दौरान पुलिस और नेताओं के बीच जमकर झड़प हुई. इस दौरान पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. हालांकि तीन घंटे से चले हंगामे के बाद पुलिस के आश्वासन से मामला शांत हुआ.

दरअसल, मुरैना के लालौर गांव के रहने वाले राकेश डंडोतिया की बेटी लवली की शादी दो साल पहले भिंड में रहने बाले सिटी सेंट्रल स्कूल के संचालक राजेश शर्मा के बेटे आलोक शर्मा के साथ हुई थी. एमएससी और बीएड तक शिक्षित लवली अटेर के जलपुरा में संचालित एमपी एजुकेशन अकादमी में डायरेक्टर भी थी.

घर में फांसी पर लटकी मिली

वह सुबह करीब आठ से दोपहर दो बजे तक ड्यूटी पर रहती थी. दो मार्च की सुबह लवली घर के अंदर फांसी पर लटकी मिली. सूचना मिलने पर मायके पक्ष के लोग अस्पताल पहुंचे, जहां मायके पक्ष के लोगों ने ससुरालियों पर दहेज की मांग के चलते हत्या का आरोप लगाया था और जमकर हंगामा मचाया.

पुलिस को मिला सुसाइड नोट

पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला था. सुसाइड नोट मिलने की सूचना के बाद रविवार को मृतका के परिजन मुरैना जिले के जौरा से कांग्रेस विधायक पंकज उपाध्याय, बलवीर सिंह दंडोतिया, नगर निगम के सभापति राजा दंडौतिया, बीजेपी जिला अध्यक्ष मधु दंडौतिया सहित एक सैकड़ों लोगों के साथ कोतवाली थाने का घेराव करने पहुंच गए.

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नोट दिखाने की कर रहे मांग

ससुरालियों पर एफआईआर और सुसाइड नोट दिखाने की मांग की. इस दौरान जमकर प्रदर्शन किया. हंगामे के बीच मुरैना जिले के जौरा विधानसभा से कांग्रेस विधायक पंकज उपाध्याय ने पुलिस पर तंज कसा. विधायक ने पुलिस से कहा जैसा इनके साथ हुआ है, वैसा आपके साथ होने वाला है. इससे कोतवाली टीआई ब्रजेन्द्र सिंह सेंगर और फूप टीआई सतेंद्र सिंह राजपूत भड़क गए.

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पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी डीएसपी दीपक तोमर ने मामले को शांत कराया. कांग्रेस नेताओं ने पुलिस को एक हफ्ते का समय दिया. उनका कहना है कि अगर एफआईआर नहीं हुई तो इससे बड़ा आंदोलन करेंगे.

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