लहचूरा गोली कांड मामले में ग्रामीणों के खिलाफ बड़ा एक्शन, दो गांव के शस्त्र लाइसेंस निलंबित, कलेक्टर ने दी ये हिदायत

Lahchura Firing Case: भिंड के मालनपुर इंडस्ट्रियल एरिया के पास कॉलोनाइजर ने अपने जमीन पर कब्जा करने के लिए बाउंड्री बनाने का काम शुरू किया. इस दौरान जमीन पर कब्जा करने वाले ग्रामीण वहां पहुंच गए. जिसके बाद वहां फायरिंग शुरू हो गई.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Bhind Firing Case: भिंड के मालनपुर के लहचूरा गोली कांड के बाद इलाके में तनाव है. इस बीच कलेक्टर ने ग्रामीणों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने शांति व्यवस्था के लिए ग्रामीणों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं. इसके साथ ही लोगों को अपने-अपने हथियार पुलिस थाने में जमा कराने की हिदायत दी गई है.

लहचूरा गोली कांड में एक युवक की मौत

बता दें कि 29 दिसंबर को भिंड के मालनपुर में जमीनी विवाद को लेकर कॉलोनाइजर और ग्रामीणों के बीच जमकर खूनी संघर्ष हुआ था. इस दौरान बिंडवा पोरसा निवासी अमरीश सिंह तोमर (45 साल) गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके अलावा संतोष शर्मा (40 साल) गोली लगने से घायल हो गए थे. 

जानें पूरा ममाला

दरअसल, भिंड के मालनपुर इंडस्ट्रियल एरिया के पास स्थित जाधव फार्म हाउस की 1700 बीघा जमीन पर लहचूरा और माहौं गांव के ग्रामीण लंबे समय से खेती कर रहे थे. हालांकि इस बीच जाधव फार्म हाउस मालिक ने 133 बीघा जमीन मानव सेवा संस्थान और राजराजेश्वरी डेवलपर्स के संचालक रामनरेश सिंह सिकरवार को बेच दी थी. जिसके बाद 29 दिसंबर को कॉलोनाइजर ने इस जमीन को रिहायशी घोषित कराकर बाउंड्री कराने वहां पहुंची. हालांकि खेत में सरसों की फसल लगी हुई थी, जिसे बुलडोजर से नष्ट कराकर बाउंड्री बनाई जा रही थी.

ग्रामीणों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित

हालांकि जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली, तो 50 से अधिक हथियार बंद ग्रामीण मौके पर पहुंचकर इसका विरोध करने लगे. ग्रामीणों और कॉलोनाइजर के बीच पहले तो बहस हुई, लेकिन देखते ही देखते ये विरोध खूनी संघर्ष का रूप ले लिया.  अब इस मामले में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने ग्रामीणों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं.

Advertisement
Topics mentioned in this article