Madhya Pradesh Bhavantar Bhugtan Yojana: मध्य प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने कहा कि वह किसानों के साथ हैं और उनकी बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं. इसीलिए 'भावान्तर योजना' के तहत सोयाबीन (Soyabean Model Rate) का मॉडल रेट 4000 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक तय किया है. सीएम ने शुक्रवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मीडिया से चर्चा के दौरान इस बारे में जानकारी दी.
सीएम ने कहा कि किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी, MSP) सुनिश्चित रूप से दिलाने के लिए सोयाबीन उत्पादक किसानों को अतिरिक्त 1,300 रुपये प्रति क्विंटल की राशि दी जाएगी. इसका लाभ किसानों को 13 से मिलना शुरू जाएगा. वह इस दिन किसानों को राशि वितरण करेंगे.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आगे कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में कल्याणकारी योजनाओं और विकासमूलक कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करते हुए राज्य सरकार सशक्त भारत-सशक्त मध्य प्रदेश के पथ पर अग्रसर है.
सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य
दरअसल, सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5328 रुपए तय किया गया है. साथ ही राज्य की मोहन यादव सरकार ने किसानों को मॉडल रेट और न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर की राशि को भावांतर योजना के तहत देने का ऐलान किया था. सोयाबीन की खरीदी के दौरान कई स्थानों से शिकायत आई थी कि किसानों को बड़ा नुकसान हो रहा है, लिहाजा जो मॉडल रेट आया है उसके आधार पर सरकार ने 1300 प्रति क्विंटल की दर से देने का फैसला लिया है.
किसानों को होगा बड़ा फायला
सरकार का यह निर्णय किसानों को बड़ी राहत देने वाला है, ऐसा इसलिए क्योंकि किसान लगातार न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर खरीदी की मांग कर रहे थे, मगर मंडी में उसके मुताबिक उन्हें दम नहीं मिल रहे थे. भावांतर योजना लागू होने के बावजूद किसानों को 5328 रुपए प्रति क्विंटल नहीं मिल पा रहे थे. अब किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की राशि आसानी से मिल सकेगी.
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