Bharmar Gun: नक्सलियों के गढ़ रहे पीपरढाबा के पास पत्थरों के बीच छिपाकर रखी गई 'भरमार बंदूक' बरामद

Peepardhaba: देसी और पारंपरिक भरमार बंदूक विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में उपयोग की जाती है. स्थानीय स्तर पर निर्मित यह बंदूक सस्ती और उपयोग में आसान होती है. इसे "पेनक" भी कहा जाता है. हालांकि भरमार बंदूकों को अक्सर अवैध माना जाता है और पुलिस द्वारा जब्त किया जाता है.

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Bharmar gun Recovered from old stronghold of Naxalites

Bharmar Gun: नक्सल प्रभावित बलरामपुर जिले में बुधवार को बलरामपुर पुलिस ने नक्सलियों के पुराने गढ़ रहे पीपरढाबा के पास एक भरमार बंदूक बरामद की है. बलरामपुर पुलिस द्वारा बरामद किया गया भरमार गन पीपरढाबा के जंगल में पत्थरों के बीच छिपाकर रखा गया था. पुलिस भरमार बंदूक छिपाकर रखने वाले आरोपी की तलाश कर रही है.

 देसी और पारंपरिक भरमार बंदूक विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों में उपयोग की जाती है. स्थानीय स्तर पर निर्मित यह बंदूक सस्ती और उपयोग में आसान होती है. इसे "पेनक" भी कहा जाता है. हालांकि भरमार बंदूकों को अक्सर अवैध माना जाता है और पुलिस द्वारा जब्त किया जाता है.

पीपरढाबा के जंगल में सर्च के दौरान बरामद हुआ भरमार बंदूक

मामला सामरी पाठ थाना क्षेत्र का है. बलरामपुर पुलिस नक्सलियों के गढ़ रहे पीपरढाबा के जंगल में बीडीएस की टीम के साथ सर्च अभियान चला रही थी, तभी जंगल के पास पत्थरों के बीच छुपाकर रखे गए भरमार बंदूक को बरामद करने में सफलता पाई. पुलिस अब आरोपी की तलाश में जुट गई है.

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