CM Mohan Bengaluru Tour: प्राकृतिक खनिज संपदा के मामले में समृद्ध प्रदेश मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए लगातार कोशिशों में जुटे सीएम डा. मोहन यादव आगामी 8 अगस्त को बेंगुलरु के दौरे पर होंगे. मुख्यमंत्री बेंगलुरु में आयोजित एक इंटरैक्टिव सेशन में उद्यमियों से रूबरू होंगे और राज्य में निवेश के लिए उद्यमियों को आकर्षित करेंगे.
8 अगस्त को बेंगलुरू इंनेस्टमेंट मीट के लिए बेंगलुरु जाएंगे सीएम
रिपोर्ट के मुताबकि मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव आगामी 8 अगस्त को बेंगलुरु दौरे पर जाएंगे, जहां उद्यमियों के साथ एक इंटरेक्टिव सेशन में मुख्यमंत्री प्रदेश में उपलब्ध खनिज संपदा पर उद्योगपतियों का ध्यान आकर्षित कर उन्हें राज्य में निवेश के लिए प्रोत्साहित करेंगे.
खनिज संपदा में निवेश की बहुत ज्यादा संभावना
प्राकृतिक खनिज संपदा के मामले में समृद्ध मध्य प्रदेश देश का चौथा सबसे बड़ा कोयला उत्पादक राज्य है, यहां थर्मल पावर प्लांट्स और कोल गैसीफिकेशन प्लांट्स और उद्योगों के लिए निवेश की भरपूर संभावनाएं हैं.सेरेमिक,पॉटरी,पोर्सलिन व टाइल्स उद्योगों के लिए एमपी बेहतरीन जगह है.
सीमेंट उद्योग के लिए आदर्श निवेश स्थान है मध्य प्रदेश
प्राकृतिक खनिज संपदा मामले में धनी मध्य प्रदेश में देश के कुल लाइमस्टोन भंडार का 9 फीसदी भंडार मौजूद है. यही नहीं, मध्य प्रदेश सीमेंट उद्योग के लिए एक आदर्श निवेश स्थान माना जाता है, जबकि देश में उपलब्ध डायमंड भंडार का 90% मध्य प्रदेश में पाया जाता है, जो पन्ना और छतरपुर जिले में है.
देश में उपलब्ध डायमंड भंडार में प्रथम है एमपी
देश में उपलब्ध डायमंड भंडार के मा्मले नंबर वन मध्य प्रदेश में डायमंड बिजनेस पार्क और कंपोजिट लाइसेंस के लिए 5 ब्लॉक की पहचान की गई है. वहीं, पायरोफ्लाइट उत्पादन में भी अग्रणी एमपी में देश के कुल उत्पादन का 41 फीसदी भंडार है. यानी पायरोफ्लाइट का 14 मिलियन टन मध्य प्रदेश में मौजूद है, जो छतरपुर, शिवपुरी और टीकमगढ़ में है.
प्राकृतिक खनिज संपदा से भरा पड़ा है मध्य प्रदेश
पूरा मध्य प्रदेश खनिज संपदा से भरा पड़ा है. ग्वालियर और शिवपुरी में आयरन और क्वार्ट्ज और फ्लैगस्टोन पाया जाता है. झाबुआ और अलीराजपुर में रॉक फास्फेट डोलोमाइट, लाइमस्टोन, मैंगनीज और ग्रेफाइट मिलता है. नीमच में लाइमस्टोन, बैतूल में कोल, ग्रेफाइट ग्रेनाइट, लेड और जिंक मिलता है. छिंदवाड़ा में कोल, मैंगनीज और डोलोमाइट मिलता है.
जबलपुर में है डोलोमाइट, मैंगनीज और मार्बल का भंड़ार
बालाघाट में कॉपर, मैंगनीज, डोलोमाइट, लाइमस्टोन, बॉक्साइट, मंडला और डिंडोरी में डायमंड, डोलोमाइट और बॉक्साइट, सिंगरौली में कोल, गोल्ड, आयरन और शहडोल, अनूपपुर, उमरिया में कोल, कॉल बेड मीथेन, बॉक्साइट, सागर, छतरपुर और पन्ना में डायमंड, रॉक फॉस्फेट डायस्पोर, आयरन व ग्रेनाइट मिलता है. जबलपुर में डोलोमाइट, आयरन अयस्क, लाइमस्टोन, मैंगनीज, गोल्ड और मार्बल मिलता है.
मध्य प्रदेश में है 19.6 मिट्रिक टन मैगनीज अयस्क
लौह अयस्क भी देश में 6209 और मध्य प्रदेश में 54.1 मीट्रिक टन है, जो देश का एक प्रतिशत है. इसी प्रकार तांबा देश में 163.9 मिट्रिक टन है. मध्य प्रदेश में 120.4 मिट्रिक टन है, जो देश का 73 फीसदी है. इसी प्रकार मैंगनीज अयस्क 75.0 मीट्रिक टन है. मध्य प्रदेश में 19.6 मिट्रिक टन है, जो देश का 26 फीसदी है.
राष्ट्रीय रैंकिंग में भी आगे है मध्य प्रदेश
प्राकृतिक खनिज संपदा के मामले में मध्य प्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर तांबा, मैग्नीज और हीरा उत्पादन में पहले स्थान पर है. इसी तरह रॉक फास्फेट में दूसरे, चूना पत्थर में तीसरे और कोयला उत्पादन में चौथे स्थान पर है. वहीं, अकेले मध्य प्रदेश में बाक्साइट 18.6 मिट्रिक टन है, जो देश का 3 फीसदी है. रॉक फॉस्फेट 9.0 मीट्रिक टन है, जो देश का 29 फीसदी हैं.