...तो दोबारा नहीं देख पाएंगे सूरज और चांद, SDM का विवादित बयान हुआ Viral , जानें पूरा मामला 

MP News: सेंधवा के एसडीएम ने कहा कि सीआरपीसी,आईपीसी नार्मल चीज है, राज्य सुरक्षा कानून एनएसए जो लगाना होगा लगाएंगे. आप सोच लें दोबारा चांद सूरज नहीं देख पाएगा.

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Controversial Statement SDM Sendhwa:  बड़वानी जिले के सेंधवा एसडीएम का एक विवादित बयान का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वे कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि अगर किसी भी तरह का उपद्रव किया तो दोबारा सूरज और चांद नहीं देख पाएंगे. आइए जानते हैं पूरा मामला आखिर क्या है ? 

पहले जानिए SDM ने क्या कहा -

"एसडीएम होने के नाते मेरा कर्तव्य है कि प्यार से सारी बातें हो रही हैं. लेकिन ये मेरी नौकरी का हिस्सा है कि मैं आपलोगों को वापस ये बोल दूं कि मेरा बहुत ज्यादा फोकस होता है लॉ एंड ऑर्डर पर. यदि इस प्रकार की कोई भी घटना पता चलती है या कोई प्रयास कर रहा होता है इस संदर्भ में कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को अंजाम दिया जाए या माहौल खराब किया जाए ... मैं पर्टिकुलर किसी कमेटी को नहीं बोल रहा हूं, मैं हर किसी को बोल रहा हूं. किसी के द्वारा माहौल खराब करने की अगर सूचना मिलेगी तो आप ये मान के चलिए कि सीआरपीसी,आईपीसी नार्मल चीज है, राज्य सुरक्षा कानून एनएसए जो लगाना होगा लगाएंगे. आप सोच लें दोबारा सूरज-चांद - नहीं देख पाएगा."

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दरअसल थाना सेंधवा शहर में रामनवमी को लेकर पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया था. बैठक में सेंधवा के एसडीम, एसडीओपी, तहसीलदार, थाना प्रभारी एवं सीएमओ नगर पालिका के लोग थे. यहां त्यौहार को लेकर चर्चा की गई.जिसमें एसडीएम आशीष ने त्यौहार के दौरान शहर की शांति व्यवस्था भंग कर माहौल खराब करने वालों को सख्त हिदायत दी है. बैठक में दोनों समुदायों के वरिष्ठ नागरिकों और शांति समिति के सदस्यों से रामनवमी की शोभायात्रा और हनुमान जयंती के आयोजन पर चर्चा की गई. इस बयान का वीडियो खूब वायरल हो रहा है. 

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एसडीएम ने लोगों को आश्वस्त किया कि प्रशासन 24 घंटे उनकी मदद के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या हो तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें.साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई बेहद सख्त रहेगी. 

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3 साल पहले हुई थी घटना 

बता दें कि 2022 में रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव की घटना हुई थी.जिसके बाद शहर में सांप्रदायिक विवाद हो गया था. असामाजिक तत्वों के घरों पर प्रशासन ने बुलडोजर भी चलाया था.उपद्रव फैलाने के आरोप में कई लोगों को जेल भी जाना पड़ा था. ऐसे में प्रशासन हर साल रामनवमी जुलूस को लेकर अलर्ट मोड पर रहता है.पुलिस और प्रशासन के द्वारा पूर्व से ही सारी तैयारियां की जा रही है.

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