...जब SDM ने लोडिंग रिक्शा को मारा धक्का, अफसर की सादगी देख चालक भी हो गया कायल

खरगोन जिले के बड़वाह एसडीएम सत्यनारायण दर्रे ने इंदौर में एक दिल जीतने वाला काम किया. जब उन्होंने एक खराब लोडिंग रिक्शा को देखा रिक्शा चालक की मदद की गुहार पर उन्होंने खुद धक्का लगाया.

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खरगोन जिले के बड़वाह एसडीएम का दिल जीतने वाला काम किया है. इंदौर में लोडिंग रिक्शा बंद होने पर उसकी सहायता के लिए धक्का लगाया. प्रशासनिक अधिकारी होने के बावजूद एसडीएम के इस मानवीय कदम का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हर तरफ उनकी सराहना की जा रही है.

एसडीएम रविवार अवकाश पर इंदौर अपने निजी निवास पिपल्याहना स्थित आंनदवन में थे. करीब 9:30 बजे वे बच्चों के लिए नाश्ता लेने घर से पैदल निकले. इसी बीच मुख्य मार्ग पर एक लोडिंग रिक्शा खराब होने के बाद सड़क किनारे खड़ा था. राहगीरों की भीड़ के बीच जब कोई मदद के लिए आगे नहीं आया, तब उस मार्ग से गुजर रहे एसडीएम को लोडिंग रिक्शा चालक ने अनायास मदद की गुहार लगाई.

रिक्शा चालक हो गया सादगी का कायल

इसके बाद वे आगे बढ़े और अन्य लोगों से भी आग्रह करके रिक्शा को धक्का लगाकर आगे बढ़ाया. उनका यह व्यवहार मानवीयता और लोकसेवा की मिसाल बन गया. जब उनके साथ चल रहे परिचितों ने रिक्शा चाल को बताया कि आम व्यक्ति की तरह रिक्शे को धक्का देने वाले प्रशासनिक अधिकारी हैं तो रिक्शा चालक एसडीएम की सादगी का कायल हो गया.

वह स्वयं रिक्शे से उतरकर एसडीएम दर्रों के पास आया और धन्यवाद दिया. इस तरह इंदौर में एसडीएम की छोटी-सी मदद बड़ी सकारात्मक चर्चा का विषय बन गई है और समाज के सामने मानवीयता की मिसाल पेश की है.

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सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया

यह वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गईं, जिस पर लोगों ने एसडीएम के इस संवेदनशीलता भरे कदम की सराहना की. कई यूजर्स ने कमेंट करते हुए एसडीएम की भावना और बहादुरी की तारीफ की. इसे प्रशासन का मानवीय चेहरा बताया.

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