हाथियों की मौत में है साजिश? जानें हाई लेवल टीम को अब तक क्या मिला

Bandhavgarh Elephants Deaths: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) द्वारा 10 हाथियों की मौत के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) में भेजी गई उच्चस्तरीय टीम को किसी 'षड्यंत्र सिद्धांत' (conspiracy theory) का पता नहीं चला.

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Bandhavgarh Elephants Deaths: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) द्वारा 10 हाथियों की मौत के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) में भेजी गई उच्चस्तरीय टीम को किसी 'षड्यंत्र सिद्धांत' (conspiracy theory) का पता नहीं चला. शनिवार को इसके एक सदस्य ने यह जानकारी दी. 

मध्य प्रदेश के वन कनिष्ठ मंत्री प्रदीप एयरवर्ड, अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक बरनवाल और वन बल के प्रमुख असीम श्रीवास्तव की टीम ने संरक्षित वन के अंदर घटनास्थल का दौरा किया.  वन्यजीव विशेषज्ञ अजय दुबे के अनुसार, देश में 72 घंटे की अवधि में दस हाथियों की मौत पहले कभी नहीं हुई. एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अहिरवार और दो शीर्ष नौकरशाहों को रिजर्व भेजा और उनसे हाथियों की मौत पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा, जो राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बनी हैं. 

‘वन विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट से सीएम असंतुष्ट'

शुक्रवार रात यादव द्वारा बुलाई गई आपात बैठक में शामिल एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि मुख्यमंत्री वन विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट से असंतुष्ट हैं, जिसमें कहा गया है कि हाथियों की मौत कोदो बाजरा खाने से हुई है. 

बैठक में सीएम के हवाले से अधिकारी ने बताया कि यादव ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सुना कि कोदो बाजरा खाने से हाथियों की मौत हुई है. उन्होंने कहा, "सीएम तीन दिन बाद भी वैज्ञानिक रूप से मौत के कारणों का पता लगाने में विफल रहने पर नाखुश थे." 

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‘अभी तक कोई साजिश की बात सामने नहीं आई'

राज्य के उमरिया जिले में बाघ अभयारण्य से फोन पर पीटीआई से बात करते हुए श्रीवास्तव ने कहा, "अभी तक कोई साजिश की बात सामने नहीं आई है." दौरे के दौरान उनके निष्कर्षों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हमें एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है. हम इस पर चर्चा कर रहे हैं. रिपोर्ट अंतिम रूप से तैयार होने के बाद सामने आएगी." 

इस बीच, शनिवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पास तीन हाथियों ने दो लोगों को मार डाला और एक को घायल कर दिया. माना जा रहा है कि ये लोग उस झुंड का हिस्सा हैं, जिसने पहले 10 हाथी खो दिए थे. यह पूछे जाने पर कि क्या हाथियों को पकड़ लिया गया है, श्रीवास्तव ने कहा, "नहीं." 

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‘सभी पहलुओं पर जांच जारी'

मंत्री अहिरवार ने पीटीआई से कहा, "हम यहां हैं. मैं रविवार शाम तक यहां हूं. सभी पहलुओं पर जांच जारी है। तीन से चार दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी और सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा." 29 अक्टूबर को रिजर्व के खितोली रेंज के अंतर्गत सांखनी और बकेली में चार जंगली हाथी मृत पाए गए थे, जबकि 30 अक्टूबर को चार और 31 अक्टूबर को दो की मौत हो गई थी. अधिकारियों के अनुसार, शवों के पोस्टमार्टम से उनके पेट में भारी मात्रा में कोदो बाजरा के साथ-साथ विषाक्तता की ओर इशारा किया गया है. 

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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