Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) भले ही गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्यों की बात कहे लेकिन अशोकनगर जिले (Ashoknagar District) की हालत सब कुछ बयां कर देती है. यहां करोड़ों रुपए के निर्माण कार्य अनदेखी व मनमानी के चलते बनते ही टूट गए हैं. अब नए भवनों में ताला भी डाल दिया गया है कि कहीं कोई हादसा न हो जाए. प्रदेश के अशोकनगर जिले में पीआईयू विभाग द्वारा बनाई गईं करोड़ों की लागत से अलग -अलग बिल्डिंगें टूटने लगी हैं.
हैंड ओवर से पहले ही हो गए मरम्मत के आदेश
अशोकनगर नेहरू डिग्री कॉलेज की बिल्डिंग बनते ही टूट गई हैं, विधि कॉलेज भी बनते ही टूट गया, मुंगावली की गणेश शंकर कॉलेज की बिल्डिंग की भी यही हालत है. मुंगावली में बालिका छात्रावास की बिल्डिंग के हैंड ओवर के पहले ही मरम्मत के आदेश हो गए थे. इनके अलावा जिले भर में कई अन्य निर्माण कार्य भी बनते ही टूटते हुए नजर आ रहे हैं.
बिल्डिंगों के बनते ही टूटने पर उठे सवाल
उच्च शिक्षा विभाग के करोड़ों के निर्माण कार्यों में पीआईयू के अधिकारियों की लापरवाही व ठेकेदार की मनमानी के चलते सरकार के पैसे बर्बाद हो रहे हैं. मुंगावली गणेश शंकर महाविद्यालय के प्राचार्य ने नए बनाएं गए कक्षों में हादसे के डर से आज तक क्लास नहीं लगाई है और नए भवन में ताला डालकर पीआईयू विभाग से मरम्मत कराने के लिए बार -बार कहा जा रहा है. वहीं पीआईयू के अधिकारी तत्कालीन अधिकारियों के समय में हुए घटिया निर्माण के चलते ठेकेदार को नोटिस जारी करके मरम्मत कराने व कार्रवाई करने की बात कहते हुए नजर आ रहें हैं. फिलहाल जिले भर में पीआईयू विभाग द्वारा बनवाई गई बिल्डिंगों के बनते ही टूटने के चलते कई बड़े सवाल उठ रहे हैं.
ये भी पढ़ें संविदा कर्मियों ने नियमितीकरण के नए नियमों का किया विरोध, कहा-45 की उम्र में पढ़ाई करना मुश्किल