अल्‍प्राजोलम पाउडर क्‍या है? रतलाम के 2 केमिस्‍ट कमा रहे थे लाखों रुपए, NCB रेड में 3.44 करोड़ का माल जब्‍त

Alprazolam Powder Kya hai: NCB Indore Madhya Pradesh ने Ratlam की एक लैब पर छापा मारकर ₹3.44 करोड़ का अल्‍प्राजोलम पाउडर जब्त किया. दो Chemists को गिरफ्तार किया गया जो Telangana और Andhra Pradesh में इसकी सप्लाई कर रहे थे.

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Alprazolam Powder Kya Hai: मध्‍य प्रदेश के रतलाम जिले के ग्राम सजेवता में संचालित एक अवैध लैब से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) इंदौर की टीम ने साढ़े तीन करोड़ रुपए मूल्य का अल्‍प्राजोलम पाउडर जब्त किया है. बताया गया है कि इस लैब से दो केमिस्ट लाखों रुपए की कमाई कर रहे थे. टीम ने मौके से 13.76 किलोग्राम अल्‍प्राजोलम पाउडर के साथ दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

जानकारी के अनुसार आरोपी रूप सिंह चौहान और अभिजीत सिंह चौहान लंबे समय से इस अवैध कारोबार में शामिल थे. शुरुआती पूछताछ में पता चला कि दोनों आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अल्‍प्राजोलम पाउडर की सप्लाई करते थे. 

Photo Credit: @narcoticsbureau

NCB India ने शेयर की जानकारी

एनसीबी इंड‍िया ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए बताया क‍ि “एनसीबी ने मध्य प्रदेश के रतलाम में Alprazolam बनाने वाली एक गुप्त प्रयोगशाला का भंडाफोड़ किया. विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर, एनसीबी की इंदौर क्षेत्रीय इकाई ने रतलाम के ग्राम सेजावता स्थित IPCA प्रयोगशाला के पास अल्प्राजोलम के अवैध निर्माण में लगी एक गुप्त लैब को ध्वस्त कर दिया. इस कार्रवाई में 13.762 किलोग्राम Alprazolam जब्त किया गया, जिसकी अवैध बाजार में कीमत लगभग ₹3.44 करोड़ आंकी गई है. बड़ी मात्रा में प्रीकर्सर केमिकल और लैब उपकरण भी बरामद किए गए. 

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एनसीबी के अनुसार, गिरफ्तार दो आरोपी एक बी.टेक स्नातक और पूर्व दवा कंपनी संचालक, जो वर्तमान में NDPS Act के मामले में जमानत पर थे, और एक बी.फार्मा स्नातक एवं भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के पूर्व अधिकारी हैं. दोनों ने जनवरी 2025 से अवैध निर्माण के लिए अपनी फार्मा बैकग्राउंड और रतलाम में किराए के गोदाम का इस्तेमाल किया था.

आरोपी कौन हैं?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों आरोपी इंदौर के कॉलेजों से बी.फार्मा और बी.टेक की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं. अभिजीत सिंह चौहान लैब का मालिक है और उसने किराए के गोदाम में अवैध रूप से लैब स्थापित कर रखी थी. वहीं, रूप सिंह चौहान पिछले 15 सालों से अल्‍प्राजोलम बनाने के काम में सक्रिय है और 2021 में तेलंगाना में अल्‍प्राजोलम तस्‍करी मामले में जेल भी जा चुका है. 

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अल्‍प्राजोलम पाउडर का इस्‍तेमाल कहाँ होता है?

NCB की जांच में खुलासा हुआ है कि यह केमिकल ताड़ी और हेरोइन में म‍िलावट के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी इसका अवैध प्रयोग किया जा रहा है. जब्त किए गए 13.76 किलोग्राम अल्‍प्राजोलम पाउडर की बाजार कीमत करीब ₹3.44 करोड़ आंकी गई है. 

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NCB की रेड में क्या-क्या मिला?

तेलंगाना से मिली सूचना पर NCB इंदौर ने जब रतलाम के ग्राम सजेवता स्थित गुप्त लैब पर छापा मारा, तो वहां से अल्‍प्राजोलम पाउडर के अलावा ग्लेशियल एसिटिक एसिड, एथाइल एसीटेट, मेथेनॉल, टोल्यून और क्लोरोफॉर्म जैसे कई नशीले केमिकल भी बरामद किए गए. सभी रासायनिक पदार्थों को जब्त कर लिया गया है और जांच जारी है. 

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