JCB से गड्ढा खोदकर जिंदा मुर्गो को दफनाया, खुले में मांस बिक्री के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई पर उठे सवाल

Action Against Open Meat Shop In Sagar: खुले मांस बिक्री के खिलाफ कार्रवाई के दौरान कर्मचारियों ने ऐसे दुकानों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 8 जिंदा मुर्गों को जब्त कर लिया और फिर जब्त सामग्री को नष्ट करते समय उन्होंने बरामद 8 जिंदा मुर्दा को जमीन में गड्ढा खोदकर जिंदा दफना दिया.

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Ban On Open Meat Sale In MP: मध्यप्रदेश में सीएम मोहन यादव के खुले में मांस बिक्री पर प्रतिबंध के आदेश के बाद खुले में मांस, मछली और अंडे बेचने पर सोमवार को सागर जिले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा जिले के रहली नगरपालिका में खुले में मांस की बिक्री करने वाले विक्रेताओं पर की गई कार्रवाई चर्चा का विषय बन गई है.

खुले मांस बिक्री के खिलाफ कार्रवाई के दौरान कर्मचारियों ने ऐसे दुकानों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 8 जिंदा मुर्गों को जब्त कर लिया और फिर जब्त सामग्री को नष्ट करते समय उन्होंने बरामद 8 जिंदा मुर्दा को जमीन में गड्ढा खोदकर जिंदा दफना दिया.

रहली नगरपालिका के इस कृत्य की लोगों द्वारा खूब निंदा की जा रही है

दरअसल, रहली नगरपालिका के कर्मचारियों ने खुले में मांस बिक्री करने वाले दुकानों पर कार्रवाई के दौरान कुछ ऐसा किया, जिसके बाद पूरे नगर में नगर पालिका की कार्रवाई चर्चा में है. कर्मचारियों द्वारा की गई कार्रवाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. नगरपालिका के इस कृत्य की लोगों द्वारा खूब निंदा की जा रही है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है नगरपालिका की कार्रवाई का वीडियो

रिपोर्ट के मुताबिक नगर पालिका के कर्मचारियों ने खुले में चिकन बेच रहे दुकानों से मुर्गों को पकड़कर जिंदा दफनाने की कार्रवाई लोगों को अखर गई. कर्मचारियों ने जेसीबी से गड्ढा खोदकर जिंदा मुर्गों को जमीन में दफना दिया. यह सब नगर पालिका ने खुले में मांस बिक्री पर प्रतिबंध के नाम पर किया.

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मध्य प्रदेश के सीएम के रूप में शपथ लेने के बाद डॉ. मोहन यादव ने पहली कैबिनेट बैठक में मध्य प्रदेश में खुले में मांस-मछली व अंडे की खुले में बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था. सीएम मोहन के आदेश में कहा गया था कि नियम का सख्ती से पालन किया जाए.

बसपा ने किया विरोध, कहा-इससे छोटे दुकानदारों को रोजगार छिन जाएगा 

बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुख्यमंत्री मोहन के इस फैसले का यह कहकर विरोध किया था कि इससे छोटे दुकानदारों को रोजगार छिन जाएगा. बसपा के विरोध को देखते हुए तब मुख्यमंत्री मोहन ने छोटे दुकानदारों की जीविका की सुरक्षा के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई को कवर्ड मार्केट बनाने का निर्देश दिया था.

प्रतिबंध के पहले दिन  खुले में मांस बेचने वाले 442 दुकानों पर हुई कार्रवाई

खुले में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध के लिए जारी अपने आदेश में सीएम मोहन ने अवैध रूप से मीट की बिक्री करने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे और पहले ही दिन मध्य प्रदेश में खुले में मांस बिक्री करने वाले 442 मीट की दुकानों पर कार्रवाई की गई और जुर्माना लगाया गया.

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मध्य प्रदेश में खुले में मांस-मछली और अंडे की बिक्री पर प्रतिबंध के बाद आदेश के बाद पूरे प्रदेश के 290 से ज्यादा निकायों में नगरीय प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी. अकेले राजधानी भोपाल नियम विरूद्ध खुले में मांस की बिक्री कर रहे 50 से ज्यादा दुकानों पर कार्रवाई की गई थी.

विरोध के बीच सीएम मोहन ने हर शहर में कवर्ड मीट मार्केट बनाने के निर्देश दिए

राजधानी भोपाल समेत पूरे प्रदेश में खुले में मांस-मछली और अंडे बेचने वाले दुकानदारों पर छापामारा कार्रवाई के बाद के दौरान बिना नियमों का पालन किए हुए अपनी दुकानें खोलने वालों दुकानदारों से जुर्माना भी वसूला गया.इसके बाद सीएम यादव ने हर शहर में मांस बेचने के लिए कवर्ड मीट मार्केट बनाने के निर्देश दिए. वहीं, कवर्ड मार्केट बनने तक शेड डालकर मार्केट बनाने और उन्हें बाद में कवर्ड मार्केट में बदलने के निर्देश दिए थे.

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