आगर मालवा जिला अस्पताल घोर लापरवाही, पानी की टंकी में सड़ गई थी चिड़िया; इसी का पानी पी रहे थे मरीज

आगर मालवा जिला अस्पताल में लापरवाही का एक और मामला सामने आया है, जहां पानी की टंकी में सड़े हुए पक्षी मिले हैं. आरोप है कि मरीज और उनके परिजन इसी पानी का उपयोग कर रहे थे.

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Madhya Pradesh Hindi News: आगर मालवा से जिला अस्पताल में लापरवाही का बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है. जिला अस्पताल की पानी की टंकी में सड़े हुए पक्षी मिलने से हड़कंप मच गया. आरोप लग रहे हैं कि मरीज और उनके परिजन वही सड़ा हुआ पानी पीने और अन्य उपयोग में लेने को मजबूर थे.

पानी के टंकी के अंदर तैरती पक्षियों की लाश सड़े हुए प्रशासनिक तंत्र की लापरवाहियों की कहानी बयान करती नजर आ रही है. स्थानीय स्तर पर समाजसेवा से जुड़ी रुद्राक्ष समिति के सदस्य जिला अस्पताल की अनियमितताओं की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे. समिति सदस्यों की शिकायत पर नायब तहसीलदार मौके कर पहुंचे. उन्होंने स्वीकार किया कि पानी के टैंक में पक्षियों के अवशेष मिले हैं. मृत पक्षियों की लाशें पूरी तरह से सड़ और गल चुकी थीं. यह अवशेष कब के हैं, इसका जवाब किसी के पास नहीं था.

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निजी लैब से सैंपल टेस्ट कराने के भी आरोप

आरोप है कि यही पानी मरीजों और उनके अटेंडरों को पीने के लिए दिया जा रहा था. मामला सामने आते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया और लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. वहीं, अधिकारियों के सामने डॉक्टरों पर जिला अस्पताल के बाहर निजी लैब से जांच कराने के आरोप भी लगे हैं. इस पूरे मामले में सिविल सर्जन और आरएमओ ने जांच की बात कही है.

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अस्पताल ऐसी जगह है, जहां मरीज अपने स्वास्थ्य को ठीक करने की गरज से अपने परिजन के साथ आते है. मगर जब व्यवस्था ऐसी हो तो सवाल उठना लाजमी है.  जिला अस्पताल जैसी जगह पर इस तरह की लापरवाही कर मरीजों के स्वास्थ्य और जान से खेलने के लिए जिम्मेदारी कैसे और कब तय होगी, यह देखने वाली बात होगी.

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