अंतिम संस्कार के 53 दिन बाद लाडली बहना योजना की राशि निकालते ही पकड़ी गई 'मृत महिला', जानें पूरा मामला

MP News: भिंड में 53 दिन पहले महिला की मौत के बाद पुलिस ने उसे नोयडा से पकड़ा है. पुलिस ने बैंक के माध्यम से महिला को ट्रेस करके पकड़ा.

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Dead Woman Caught Noida: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भिंड (Bhind) में एक बेहद ही चौकाने वाला मामला सामने आया है. जिले के मेहगांव की एक मृत महिला को करीब 53 दिनों के बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) से पकड़ा है. महिला के मिलने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, करीब 53 दिन पहले यह महिला ससुराल से लापता हो गई थी, जिसके दो दिन बाद महिला की लाश मिली. मायके पक्ष ने महिला की हत्या का आरोप ससुराल पक्ष पर लगाए. वहीं दबाव के चलते ससुराल वालों ने आनन-फानन में महिला के शव का अंतिम संस्कार कर दिया. अब वही महिला करीब 53 दिन बाद नोएडा से मिली है. महिला के मिलने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. सवाल यह भी है कि ससुराल वालों ने जिस शव का अंतिम संस्कार किया, वह किसका है?

ऐसे पकड़ी गई महिला

लापता महिला ज्योति के पति का कहना है कि 22 जून को जब वे बैंक गए तो उन्होंने अपना अकाउंट चेक किया. जहां उन्हें अकाउंट में आने वाली राशि में से 2700 रुपए गायब दिखे. जिसको लेकर बैंक मैनेजर ने उन्हें बताया कि यह लाडली बहना योजना की राशि है, जो कि अकाउंट में आई हुई थी. इस राशि को उत्तर प्रदेश के मथुरा और नोएडा से निकाला गया है. महिला के पति ने बताया कि जब उन्होंने बैंक मैनेजर जानना चाहा कि यह राशि कैसे निकाली गई तो इस पर बैंक मैनेजर ने पुलिस को जानकारी देने की बात कही. जिसके बाद महिला के पति ने मेहगांव थाना प्रभारी आशुतोष शर्मा को सारी जानकारी दी. 

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जानकारी मिलते ही मेहगांव पुलिस सक्रिय हो गई और पुलिस ने बैंक से डिटेल निकलवाई. इसके बाद पुलिस ने मामले को फॉलो करते हुए नोएडा से एक कियोस्क सेंटर की जानकारी मिली. महिला ने अपने आधार कार्ड और फिंगरप्रिंट के आधार पर इसी कियोस्क सेंटर पर पहुंचकर लाडली बहना योजना की राशि को निकाला था. पुलिस जब नोएडा पहुंची तो सबसे पहले कियोस्क सेंटर का सीसीटीवी फुटेज देखा गया. जिस पर ज्योति कुछ युवकों के साथ नजर आई. 

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ज्योति ने 2750 रुपये की राशि बैंक से निकाली और साथी युवक को देते हुए सीसीटीवी में दिखी. इसके बाद पूरा मामला स्पष्ट हो गया कि ससुराल से गायब ज्योति नोएडा में है. पुलिस ने नोएडा में सर्चिंग शुरू की तो ज्योति फुटपाथ पर पैदल जाते हुए मिल गई. इसके बाद पुलिस ज्योति को भिंड लेकर आई. इस पर ज्योति ने एसडीएम कोर्ट में पहुंचकर खुद की मर्जी से जाना बताया. इसके बाद पुलिस में ज्योति को उसके मायके पक्ष को सौंप दिया.

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पुलिस अज्ञात महिला की शिनाख्त में जुटी

वहीं ज्योति के मिलने के बाद मौ थाना पुलिस नए पेंच में फंस गई है. पुलिस अब नए सिरे से फिर से 4 मई को मिली अज्ञात महिला की लाश के मामले में जांच में जुट गई है. एसपी असित यादव का कहना है कि प्राथमिक जांच के दौरान यह मामला सामने आया था कि जिस महिला की जलाकर हत्या की थी, उस अज्ञात महिला को ज्योति के तौर पर उसके परिजनों ने पहचान की थी. लेकिन, ज्योति जिंदा है. यह मामला सामने आने पर पुलिस अभी इस मामले में नए सिरे से जांच कर रही है. 

उन्होंने कहा कि ज्योति के मायके वालों ने उसके ससुराल वालों पर हत्या का संदेह जाहिर किया था. इस पर डीएनए जांच कराई जा रही थी. अब इस डीएनए जांच के आधार पर अज्ञात महिला की शिनाख्त की जाएगी. पुलिस ने अभी इस केस को बंद नहीं किया है. पुलिस लगातार इस केस में काम कर रही है.

ये है पूरा मामला

यह मामला भिंड जिले के मेहगांव के वार्ड क्रमांक 2 का है, जहां रहने वाली विवाहित महिला ज्योति शर्मा का ससुराल जनों से पिछले कुछ समय से विवाद चल रहा था. इस बीच ज्योति 2 और 3 मई की रात अचानक गायब हो गई. जिसके बाद 3 मई को ससुराल वालों ने मेहगांव थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. इस पूरे मामले में उस समय नया मोड़ आया जब ज्योति के ससुराल वालों के पैतृक गांव कतरौल में दंदरौआ के नजदीक एक अज्ञात महिला की लाश जली हुई अवस्था में मिली. आरोपियों द्वारा अज्ञात महिला पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई थी, जिससे वह बुरी तरीके से झुलस गई और उसकी मौत हो गई थी. मृतक महिला के पैर और हाथ शेष बचे थे. पूरा शरीर बुरी तरह से जल चुका था.

ससुराल वालों ने किया था अंतिम संस्कार

इस बात की सूचना 4 मई की सुबह मौ थाना प्रभारी संतोष यादव को लगी. जिसके बाद उन्होंने आसपास के एरिया से गायब होने वाली महिलाओं की सूची निकली और उनके परिजनों को शिनाख्ती के लिए बुलाया. इस पूरे मामले में मेहगांव से गायब होने वाली ज्योति के मायके पक्ष के लोग खनेता गोहद से भी आए हुए थे. उन्होंने मृत महिला की बॉडी को ज्योति का शव बताया. मायके पक्ष के लोगों ने ज्योति के ससुराल वालों पर हत्या का आरोप भी लगाया. पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार ज्योति के सुसराल में किया गया.

वहीं ज्योति की हत्या का उसके मायके वालों ने पति समेत अन्य ससुराल वालों पर लगाया था. जिसके चलते मौ थाना पुलिस इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हो चुकी थी कि ज्योति की हत्या हो चुकी है. हत्या के आरोपी ससुराल वाले ही हैं. इसके पीछे कारण एक यह भी बताया जा रहा है कि इस अज्ञात महिला का शव कतरौल गांव के पास मिला था. कतरौल गांव, ज्योति के ससुराल वालों का पैतृक गांव है. वहीं मृतक महिला की कद-काठी, उम्र सब कुछ ज्योति से मिलती जुलती थी.

ज्योति के पति ने सुनाई आपबीती

पुलिस ने ज्योति की हत्या का राज उगलवाने के लिए उसके पति सुनील को हिरासत में लिया और पूछताछ की. ज्योति के पति ने बताया कि हत्या का राज उगलवाने के लिए पुलिस ने सब तरह के प्रयास किए. उसने रोते हुए अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि मेरी पत्नी की हत्या के झूठे आरोप में मुझे जबरन पुलिस थाने लेकर पहुंची. करीब 12 घंटे तक मुझे थाने में रखा. इस दौरान पुलिस ने डंडे और पट्टों से जमकर मारपीट की, मेरी टांगों को फाड़ दिया गया. पुलिस की पिटाई के कारण मैं चलने-फिरने में भी असमर्थ हो गया. कई दिनों तक मुझे दर्द सहना पड़ा. पुलिस के जवान बारी-बारी से मुझे पीट रहे थे लेकिन हर बार मैंने यही कहा कि मैंने किसी की हत्या नहीं की है और ना ही मुझे कोई जानकारी है.

ज्योति के पति ने बताया कि मारपीट के बाद जब पुलिस थक गई और मुझसे कुछ नहीं उगलवा सकी तो पुलिस ने दबाव बनाया कि इस हत्या को मैं स्वीकार कर लूं. लेकिन, मैंने ऐसा कोई अपराध नहीं किया था जिसे मैं स्वीकार करता. इसलिए मैंने पुलिस से स्पष्ट तौर पर कहा कि मुझे भले ही मार डालो लेकिन मैंने किसी की हत्या नहीं की है. इसके बाद पुलिस ने मुझे छोड़ दिया, लेकिन पिछले दो महीने से लगातार पुलिस मुझे और मेरे रिश्तेदारों को परेशान कर रही थी. कभी मौ थाना पुलिस तो कभी झांकरी चौकी की पुलिस आकर पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित करती थी. इस तरह पिछले 2 महीने से मुझे और मेरे परिवार को लगातार टॉर्चर किया जा रहा था.

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