Death of Pitambara Peeth Acharya Pt. Om Narayan Shastri : पीतांबरा पीठ दतिया के आचार्य पं. श्री ओम नारायण शास्त्री के निधन की खबर आई है. जैसे ही निधन की जानकारी भक्तों को मिली, तो शोक की लहर छा गई. ओम नारायण शास्त्री के देवलोक गमन पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने दुख व्यक्त किया है. सीएम ने कहा कि आचार्य पं. ओम नारायण शास्त्री के ब्रह्मलोक गमन का समाचार अत्यंत दुखद है. मां पीतांबरा पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें.अनुयायियों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.
कई हस्तियां आ चुकी हैं इस सिद्धपीठ पर
इस सिद्धपीठ की स्थापना 1935 में स्वामीजी के द्वारा की गई. यहां पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी या अटल बिहारी वाजपेयी हो या फिर राजमाता विजयाराजे सिंधिया ही क्यों न हो सभी ने माता का आशीर्वाद प्राप्त किया. ऐेसा माना जाता है कि इस स्थान पर आने वाले की मुराद जरूर पूरी होती है, उन्हे राजसत्ता का सुख जरूर मिलता है।
मां पीतांबरा शत्रु नाश की अधिष्ठात्री देवी हैं
मध्यप्रदेश के दतिया जिले में स्थित मां पीतांबरा को राजसत्ता की देवी माना जाता है. इसी रूप में भक्त उनकी आराधना करते हैं. राजसत्ता की कामना रखने वाले भक्त यहां आकर गुप्त पूजा अर्चना करते हैं. मां पीतांबरा शत्रु नाश की अधिष्ठात्री देवी है और राजसत्ता प्राप्ति में मां की पूजा का विशेष महत्व होता है. जब-जब देश के ऊपर विपत्तियां आती हैं, तब-तब कोई न कोई न कोई गोपनीय रूप से मां बगलामुखी की साधना व यज्ञ-हवन अवश्य ही कराते हैं. मां पीतांबरा शक्ति की कृपा से देश पर आने वाली बहुत सी विपत्तियां टल गई हैं.
आचार्य ने अपना पूरा जीवन सेवा में समर्पित कर दिया था
आचार्य पं. श्री ओम नारायण शास्त्री, स्वामी जी महाराज के परम शिष्य थे. उन्होंने अपना जीवन गुरु सेवा और पीतांबरा पीठ की सेवा में समर्पित कर दिया था. उनके मार्गदर्शन में कई साधकों को दीक्षा प्राप्त हुई. पं. शास्त्री जी की विद्वता और शिक्षाओं का प्रभाव कई पीढ़ियों पर पड़ा है. इनके निधन पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विश्वास सारंग, रामेश्वर शर्मा, कांग्रेस नेता नकुलनाथ ने आचार्य पं. श्री ओम नारायण शास्त्री जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
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