मौसम बदलते ही शुरू हो गई सर्दी-खांसी? इन आसान नुस्खों से बीमारियों को कहें अलविदा

मौसम बदलते ही सर्दी-खांसी और गले की खराश की समस्या बढ़ जाती है. जानिए कैसे Winter Cold and Cough Remedies और Yoga for Immunity आपकी सेहत को मजबूत बना सकते हैं. आयुष मंत्रालय के अनुसार, नियमित योगाभ्यास शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का प्राकृतिक तरीका है.

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Winter Cold and Cough Remedies: जैसे-जैसे ठंड की दस्तक बढ़ रही है, वैसे-वैसे हवा में नमी और ठिठुरन भी बढ़ने लगी है. ऐसे मौसम में सर्दी, खांसी, गले में खराश और शरीर में दर्द जैसी परेशानियां आम हो जाती हैं. सुबह उठते ही गले में भारीपन या बार-बार छींक आने लगती है. यह मौसम शरीर की प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी की असली परीक्षा लेता है. लेकिन अच्छी बात यह है कि अगर आप रोज कुछ आसान योगासन करें, तो इन मौसमी बीमारियों से खुद को आसानी से बचा सकते हैं.

योग: इम्यूनिटी बढ़ाने का प्राकृतिक उपाय

आयुष मंत्रालय की सलाह के मुताबिक, योगाभ्यास शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने का सबसे प्राकृतिक तरीका है. योग करने से शरीर के अंदर ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है और पोषक तत्व हर अंग तक बेहतर ढंग से पहुंचते हैं. इससे फेफड़े मजबूत बनते हैं, पाचन क्रिया सुधरती है और रक्त संचार बेहतर होता है. यानी सर्दी-जुकाम से लेकर थकान और तनाव तक, योग हर मौसम में शरीर को संतुलित और ऊर्जावान बनाए रखता है.

शीर्षासन: सिर से शुरू होती है सेहत

शीर्षासन में जब शरीर सिर के बल खड़ा होता है, तो रक्त का प्रवाह ऊपर की ओर यानी दिमाग, आंखों और नाक तक पहुंचता है. इससे सिरदर्द, सर्दी-जुकाम और नाक बंद जैसी दिक्कतों में राहत मिलती है. यह आसन मस्तिष्क को तरोताजा करता है और पूरे तंत्रिका तंत्र को सक्रिय रखता है. हालांकि, इसे हमेशा प्रशिक्षक की निगरानी में ही करना चाहिए, खासकर अगर आप शुरुआत कर रहे हैं.

हलासन: शरीर की गहराई तक असर

हलासन एक ऐसा आसन है जो शरीर की नसों और मांसपेशियों को गहराई तक स्ट्रेच करता है. पैरों को सिर के पीछे ले जाने से रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है और पाचन तंत्र सक्रिय हो जाता है. इससे न सिर्फ इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, बल्कि मानसिक तनाव और थकान भी कम होती है. यह आसन उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो सर्दियों में सुस्ती या आलस्य महसूस करते हैं.

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मत्स्यासन: फेफड़ों को दे नई ताकत

मत्स्यासन में शरीर मछली के आकार में आ जाता है. यह आसन छाती में जमा बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है. जब इस मुद्रा में गहरी सांस ली जाती है, तो फेफड़ों की क्षमता धीरे-धीरे बढ़ती है और सर्दी-जुकाम से जल्दी राहत मिलती है. यह आसन सांस संबंधी समस्याओं वाले लोगों के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है.

अधोमुख श्वानासन: कफ और जकड़न से राहत

इस आसन में शरीर को उल्टे ‘V' आकार में रखा जाता है. इससे सिर और छाती की ओर रक्त प्रवाह बढ़ता है, जो नाक और फेफड़ों की सफाई में मदद करता है. यह आसन गले और छाती में जमा कफ को बाहर निकालने में असरदार होता है. अगर इसे नियमित रूप से किया जाए, तो सर्दी-जुकाम से बचाव के साथ-साथ शरीर में लचीलापन भी बढ़ता है.

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सुबह का समय है सबसे उपयुक्त

विशेषज्ञों का कहना है कि इन योगासनों का अभ्यास सुबह खाली पेट, साफ-सुथरे माहौल में और प्रशिक्षक की देखरेख में करना चाहिए. इससे शरीर जल्दी गर्म होता है और सांस लेने की प्रक्रिया सहज बनती है. रोजाना कुछ ही मिनटों का योग न केवल इम्यूनिटी को मजबूत करता है बल्कि पूरे शरीर में ऊर्जा और ताजगी भर देता है.

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योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा

इस मौसम में अगर आप बीमारियों से दूर रहना चाहते हैं, तो योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें. इससे न सिर्फ सर्दी-खांसी से राहत मिलेगी, बल्कि मन भी शांत और शरीर हल्का महसूस होगा. योग कोई दवा नहीं, बल्कि एक आदत है जो धीरे-धीरे शरीर को मजबूत और मन को स्थिर बनाती है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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