Vastu tips for house: वास्तुशास्त्र के अनुसार हर चीज और दिशा का एक खास महत्व होता है. घर में हर दिशा अलग-अलग संकेत देती हैं और इन दिशाओं में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की ओर से निकलती है. ऐसे में ज़रूरी है कि हम वास्तु से जुड़ी बातों का ध्यान रखें, पंडित दुर्गेश ने वास्तु दोष के बारे में बताया है, जो हम आपके साथ साझा करने जा रहे हैं. घर के सदस्यों के काम में बार-बार अड़चन आ रही है तो पंडित जी के बताएं इन वास्तु नियमों (Vastu niyam for your house) को जरूर फॉलो करे...
पूर्व दिशा का स्थान ऊँचा होना
वास्तुशास्त्र के अनुसार जिस घर की पूर्व दिशा का स्थान ऊँचा होता है, वहां वास्तु दोष की वजह से घर के सदस्यों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगती है और धन का अभाव होने लगता है.
सूर्य यंत्र स्थापित करना शुभ
घर की पूर्व दिशा में दोष होने पर घर के सदस्यों का सामना करना पड़ता है, इसके लिए पूर्व दिशा पर सूर्य यंत्र स्थापित करना शुभ माना जाता है.
पश्चिम दिशा का भाग नीचे होने से
घर का पश्चिमी भाग में नीचे होने पर भी दोष लगता है, जिसका प्रभाव घर के बच्चों को झेलना पड़ता है. इसके प्रभाव से घर के बच्चों की पढ़ाई बार-बार बाधित होती है. यदि घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा हो तो भी वास्तुदोष लगता है.
बुध यंत्र के प्रवेश द्वार पर विंड चेन
घर की उत्तर दिशा में अगर चबूतरे नाम बनी हो तो घर के सदस्यों की तरक्की में रुकावट आती है. इस दिशा में वास्तुदोष से छुटकारा पाने के लिए घर के पूजा स्थल में बुध यंत्र की स्थापना करनी चाहिए, बुध यंत्र के प्रवेश द्वार पर विंड चेन लगाने से भी वास्तुदोष दूर होता है.
दक्षिण दिशा में लगाएं हनुमंत यंत्र
घर का मुख्य द्वार अगर दक्षिण दिशा की तरफ हो तो घर के सदस्य अक्सर कर्ज में डूबे रहते हैं. इस दिशा में वास्तुदोष होने पर हमेशा अशांति रहती है, इस दिशा की ओर वास्तु दोष से बचने के लिए पूजा घर में हनुमंत यंत्र स्थापित करना चाहिए.
यह भी पढ़ें: Akshay Tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन करें तुलसी के अचूक उपाय, पंडित जी ने दी ये राय