Rangbhari Ekadashi 2024: रंगभरी एकादशी के दिन करें पंडित के बताएं ये उपाय, लक्ष्मी मां की बरसेगी कृपा  

रंग भरी एकादशी पर भगवान शिव, माता पार्वती, महालक्ष्मी और भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा (Laxmi Puja) की जाती है. पंडित दुर्गेश ने रंग भरी एकादशी पर पूजा का महत्व भी बताया है, आइए जानते हैं इस दिन को महत्व के बारे में..

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Rangbhari Ekadashi

Rangbhari Ekadashi 2024: फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रंगभरी एकादशी कहा जाता है, इस बार 20 मार्च दिन बुधवार को रंगभरी एकादशी (Rangbhari Ekadashi Ke Upaay) का त्योहार मनाया जाएगा, कहा जाता है कि इस दिन उपवास रखने वाले श्रद्धालुओं को 12 महीने की एकादशी का फल मिलता है और जो कोई सच्चे मन से इस दिन दान, स्नान कर के व्रत उपवास रखता है. उस पर लक्ष्मीजी और भगवान विष्णु की विशेष कृपा बरसती है. रंग भरी एकादशी पर भगवान शिव, माता पार्वती, महालक्ष्मी और भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा (Laxmi Puja) की जाती है. पंडित दुर्गेश ने रंग भरी एकादशी पर पूजा का महत्व भी बताया है, आइए इस दिन को महत्व के बारे में जानते हैं: 

• तुलसी की पूजा

रंगभरी एकादशी पर तुलसी की उपासना करनी चाहिए क्योंकि तुलसी में भगवान विष्णु की पत्नी लक्ष्मी का वास होता है. ऐसे में तुलसी पूजा करने वालों पर विशेष रूप से माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है और जो कोई इस एकादशी के दिन व्रत रखता है उसे कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है.

Advertisement

रंगभरी एकादशी के दिन पंडित ने उपायों के बारे में भी बताया है, जिन्हें आप फोलो कर सकते हैं.

1. तुलसी की पत्ती

तुलसी की उपासना करते समय दीपक जलाएं इसके साथ भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करें, मंत्रों का जाप करें और भोग में तुलसी के पत्ते डाले भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय होती है.

Advertisement

2. 11 बार परिक्रमा

माता तुलसी की पूजा के समय 11 बार परिक्रमा करें, इससे शारीरिक और मानसिक शांति मिलती है साथ ही परिवार में आर्थिक तंगी दूर हो जाती है.

Advertisement

3. माता तुलसी को लाल चुनरी 

जिन लोगों के दाम्पत्य जीवन में परेशानी हैं, उन्हें रंगभरी एकादशी पर माता तुलसी को लाल चुनरी चढ़ानी चाहिए, ऐसा करने से मैरिड लाइफ़ में खुशियाँ आती है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता के लिए NDTV किसी भी तरह की ज़िम्मेदारी या दावा नहीं करता है.)

यह भी पढ़ें: Amalaki Ekadashi 2024: आमलकी एकादशी क्या है महत्व? आखिर क्यों की जाती है आंवले के पेड़ की पूजा? जानें...