Life Tips: भगवद् गीता में छिपा है रिश्तों में मिठास घोलने का राज, अपनाएं श्रीकृष्ण की ये 5 बातें

Bhagwat Geeta: गीता व्यक्ति के कर्तव्यों को पूरा करने पर ज़ोर देती है साथ ही व्यक्ति यदि अपने धर्म के अनुसार कार्य करता है तो रिश्तों में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और सौहार्दपूर्ण वातावरण में जीवन बीतता है.

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Bhagwad Geeta: हिन्दू धर्म में कई ऐसे धर्म ग्रंथ है, जिन से मिली सीख को यदि हम जीवन में उतारते हैं तो भटके हुए हर इंसान को सही मार्गदर्शन मिल सकता है. उन्हीं में से एक है 700 श्लोक वाला हिन्दू धर्म ग्रंथ भगवद् गीता (Shree Bhagwat Geeta)... भारतीय महाकाव्य महाभारत (Mahabharat) का हिस्सा है, रिश्तों में सब कुछ सही करने के लिए यदि आप भगवद्गीता की इन 5 बातों को अपनाते हैं तो आपकी लाइफ़ में कभी भी कोई भी परेशानी नहीं आएगी..भगवद्गीता में श्रीकृष्ण ने ऐसी बातें बतायी हैं जिससे रिश्तों में मिठास घुलेंगी.


1- उदार बने रहें
गीता हमें सिखाता है कि कैसे हमें दूसरों के प्रति उदार बने रहना है. जब हम दूसरे को प्यार-मोहब्बत से रखते हैं, तो प्रेम बना रहता है और हर रिश्ता और आसान हो जाता है. यदि आप दूसरों के प्रति उदार रहेंगे, तो आपका जीवन बेहद सुंदर हो जाएगा.

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2- प्यार में न रखें उम्मीद
हर रिश्ते में लड़ाई-झगड़े की वजह उम्मीदें होती है. यदि आप किसी से बहुत ज़्यादा उम्मीदें रखते हैं, तो उसका पर्सनल स्पेस ख़त्म हो जाता है और लड़ाई झगड़े शुरू हो जाते हैं. इस बात का ध्यान रखें कि प्यार का मतलब किसी की आज़ादी छीनना नहीं है और उम्मीदों के बिना प्यार करेंगे तो कोई भी रिश्ता कभी नहीं टूटेगा.

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3- अहंकार की न रखें भावना
महाभारत में भगवान कृष्ण कहते हैं कि जो कुछ भी तुम्हें करना है, वह करो, लेकिन कभी भी लालच, अहंकार, वासना और ईर्ष्या के साथ मत करो, बल्कि प्रेम विनम्रता करुणा के साथ करो. यदि रिश्ते में जब अहंकार की भावना आ जाती है, तो हर रिश्ता टूटने की कगार पर आ जाता है.

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4- सेल्फ लव पर करें फोकस
कहते हैं, जो इंसान ख़ुद से प्यार करता है. पूरी दुनिया उसे प्यार करती है. सबसे पहले आपको ये सोचना पड़ेगा कि किसी रिश्ते में बने रहने के लिए सामने वाले पर समर्पित न हो तो ख़ुद से प्यार करें है और जो ख़ुद से प्यार करता है, वह दूसरों से भी प्यार करता है.

5- धर्म और कर्तव्य
गीता व्यक्ति के कर्तव्यों को पूरा करने पर ज़ोर देती है साथ ही व्यक्ति यदि अपने धर्म के अनुसार कार्य करता है, तो रिश्तों में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और सौहार्दपूर्ण वातावरण में जीवन बीतता है.

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