Fathers Day History: पिता और बच्चों के बीच एक अटूट बंधन होता है. हर बच्चा अपने पिता से बेहद प्यार करता है और एक पिता का सिर ऊंचा करने के लिए कई प्रकार के काम करता है. फादर्स डे का दिन पिता के प्रति प्रेम और समर्पण का सम्मान करने का मौका होता है. इस साल फादर्स डे 16 जून 2024 रविवार को मनाया जाएगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहले इस दिन को सिर्फ़ विदेश में मनाया जाता था लेकिन अब भारत में भी कई जगह फादर्स डे मनाया जाता है. फादर्स डे के दिन को मनाने की शुरुआत (How did the celebration of Father's Day begin?) कैसे हुई और इस दिन को मनाने के पीछे की कहानी (Fathers day story) क्या हैं? आइए हम आपको बताते हैं..
फादर्स डे का इतिहास
जून के तीसरे रविवार को भारत सहित कई देशों में मनाया जाता है जबकि स्पेन में और पुर्तगाल में अगस्त के महीने में ही इस दिन को मनाते हैं. वहीं थाईलैंड में फादर्स डे दिसंबर के महीने में मनाया जाता है. जानकारी के मुताबिक फादर्स डे 1900 के दशक की शुरुआत में पिताओं के सम्मान देने के लिए मनाया गया था.
खान दुर्घटना भी है मनाने की वजह
सबसे पहले पश्चिम वर्जीनिया के फेयरमोंट में 19 जून 1910 को यह दिन मनाया गया था, आपको बता दें, 1907 में मोनोगाह, पश्चिमी वर्जीनिया में खान दुर्घटना हुई थी. जिसमें कम से कम 210 पिताओं के सम्मान में इस दिन को आयोजित करने का फ़ैसला लिया गया था और फिर इस दिन को मनाने की शुरुआत हो गई.
फादर्स डे मनाने के पीछे एक और कहानी है.
ये कहानी अमेरिकी गृहयुद्ध के बिलियम जैक्सन स्मार्ट की बेटी सोनोरा की कहानी है. सोनोरा वाशिंगटन के स्पोकन में रहने वाली थी और उनकी मां की मृत्यु तब हुई, जब वह बच्चों को जन्म देने वाली थी, ऐसे में मृत्यु के बाद सोनोरा ने अपने पिता और छोटे भाई के साथ रहकर पोषण किया, जिस तरह से सोनोरा के पिता सभी बच्चों की देखभाल करते थे, वह देखकर सोनारा अपने पिता को सम्मान देना चाहती थी और तब से उनके मन में एक ख़याल आया कि पिताओं को भी सम्मान मिलना चाहिए और उनके पिता का जन्मदिन 5 जून को होता था तब से 5 जून को फादर्स डे के रूप में मनाने की शुरुआत हो गई..