Govardhan Puja 2024: आज नहीं है गोवर्धन पूजा, यहां जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त से विधि तक

Govardhan Puja 2024 Date: इस साल गोवर्धन पूजा 1 नवंबर, 2024 के दिन नहीं की जाएगी, क्योंकि हिंदू कैलेंडर के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 1 नवंबर की शाम 6:16 बजे होगा.

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Govardhan Puja 2024 Kab Hai: कार्तिक मास (Kartik Maas 2024) के शुक्ल पक्ष (Shukla Paksha) की प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) की जाती है. इसे अन्नकूट पूजा (Annakoot Puja) भी कहा जाता है. हर साल गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है, लेकिन इस साल दिवाली (Diwali 2024) 2 दिवसीय हो जाने से गोवर्धन पूजा की सही तिथि को लेकर लोग कंफ्यूजन में हैं.

क्यों की जाती गोवर्धन पूजा?

गोवर्धन पूजा हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है. मान्यता के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को हीं भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठा लिया था और इंद्र देव के प्रकोप से गांव वालों की रक्षा की थी. इस दिन भगवान कृष्ण को अनाज से बना भोग लगाते हैं, इसलिए इसे अन्नकूट पूजा भी कहते हैं. इसके साथ ही गाय और बैलों का पूजन भी किया जाता है और गोबर से गोवर्धन भगवान बनाकर उनकी पूजा की जाती है. ऐसे में यहां जानते हैं गोवर्धन पूजा की सही तिथि क्या है और किस शुभ मुहूर्त में पूजा की जा सकती है. 

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गोवर्धन पूजा 2024 की सही तिथि (Govardhan Puja 2024 Date)

इस साल गोवर्धन पूजा 1 नवंबर, 2024 के दिन नहीं की जा रही है, बल्कि 2 नवंबर के दिन गोवर्धन पूजा होगी. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 1 नवंबर की शाम 6:16 बजे होगा, जो 2 नवंबर, 2024 की रात 8:21 बजे होगा. ऐसे में गोवर्धन पूजा शनिवार, 2 नवंबर 2024 को की जाएगी.

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गोवर्धन पूजा 2024 शुभ मुहूर्त (Govardhan Puja 2024 Shubh Muhurt)

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 2 नवंबर की शाम 3:23 बजे से शाम 5:35 बजे तक रहेगा. बता दें कि इस शुभ मुहूर्त में गोवर्धन पूजा करना अत्यधिक लाभकारी होता है. 

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गोवर्धन पूजा विधि (Govardhan Puja 2024 Puja Vidhi)

गोवर्धन पूजा के दिन घर के आंगन या दरवाजे के बाहर गोबर से लीपकर गोवर्धन भगवान की प्रतिमा बनाई जाती है. इसके अलावा गाय और बैल आदि बनाते हैं. इसके बाद रोली, चावल, जल, पान, केसर, दूध, फूल, खीर, बताशे और दीपक अर्पित करते हैं. फिर गोवर्धन भगवान की परिक्रमा करते हैं. इसके बाद आरती की जाती है और भोग लगाकर प्रसाद वितरित किया जाता है.

भगवान गोवर्धन को इन चीजों से लगाए भोग 

गोवर्धन पूजा को अन्नकूट भी कहा जाता है. इस दिन खाद्य सामग्रियों से पर्वत बनाकर भगवान श्रीकृष्ण के समक्ष अर्पित किया जाता है. इसे अन्न का पर्वत भी कहते हैं. गोवर्धन पूजा के दौरान भगवान गोवर्धन को चावल, खीर, पूड़ी, सब्जियां, कढ़ी का भोग लगा सकते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी एमपीसीजी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)