Parenting tips: आज कल कम उम्र में ही बच्चों में कई प्रकार की बीमारियां होने लगी है, जिसमें से सबसे अधिक जो समस्या बढ़ रही है वह है आजकल कम उम्र में बच्चों को चश्मा लगना. आंखों से जुड़ी समस्याएं बच्चों (Eyes problems in kids) में बढ़ रही है और नतीजतन मात्र 4-5 साल की उम्र में बच्चों को चश्मा लग जाता है और इसकी वजह बच्चों का बिगड़ता लाइफस्टाइल (Wrong lifestyle) हैं, आइए जानते हैं इस समस्या से कैसे मुक्ति पा सकते हैं..
हेल्दी लाइफस्टाइल
बच्चों का खानपान हेल्दी बनाए आजकल के बच्चे जंक फ़ूड खाने में दिलचस्पी रखते हैं, लेकिन पेरेंट्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चों को फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज और प्रोटीन डाइट में जरूर देना चाहिए.
आंखों का टेस्ट
नियमित रूप से बच्चों की आंखों का टेस्ट करवाते रहें ताकि आँखों की समस्या बड़ा रूप न ले पाए और इलाज करने में मदद मिल सके.
प्रॉपर नींद लें
बच्चों को रात में कम से कम नौ घंटे की नींद लेनी चाहिए तभी उनकी आंखों को आराम मिलता है, इस बात का ख़ास ध्यान दें कि बच्चे का स्लीप साइकिल न बिगड़े.
फोन से दूरी
आजकल बच्चे TV, कंप्यूटर, स्मार्टफ़ोन में घंटो समय व्यतीत करते हैं. जिससे आंखों पर जोर करता है और चश्मा पहनना पड़ता है.
यूवी किरणों से बचाएं
बच्चों को जब भी बाहर लेकर जाएं तो उन्हें धूप का चश्मा पहना है, सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने के लिए बच्चों को धूप का चश्मा पहनना बेहद ज़रूरी है.
आंखों को रगड़ने से बचें
बच्चों को इस बात से अवेयर कराने के गंदे हाथों से आंखों को ना छुएँ नहीं दो इससे जलन और सूजन की समस्या हो जाती है.
स्क्रीन से दूरी
जब भी बच्चे स्क्रीन पर देखें तो 20 फ़ीट की दूरी रखें और हर 20-25 सेकंड में ही आंखों को छपकाते रहे.
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(Disclaimer: यहां पर दी गई घरेलू नुस्खों व आम जानकारी पर आधारित है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा किसी संबंधित विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. NDTV इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)