रतलामी सेव के लिए विश्व प्रसिद्ध है रतलाम, कैकटस गार्डेन है बेहद अनोखा

रतलाम शहर की स्थापना साल 1652 में जोधपुर के राजा उदय सिंह के पर पोते राजा रतन सिंह राठौर ने की थी. इसका पुराना नाम रतराम था, जो कि रतन सिंह और उनके पहले बेटे राम सिंह के नाम पर रखा गया था.

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मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में स्थित मध्य प्रदेश का जिला रतलाम अपने मशहूर रतलामी सेव के चलते देश ही नहीं बल्कि विदेशों में पहचान बना चुका है. ये शहर अपनी नमकीन के अलावा भी काफी चीजों के लिए जाना जाता है, जिनमें यहां मिलने वाला सोना भी शामिल है. इस सोने की गुणवत्ता की पूरी देश में तारीफ की जाती है. इसके साथ ही यहां का साड़ियों का बाजार भी देशभर में अपनी ख्याति रखता है. यह शहर मध्यप्रदेश में फैले हुए मालवा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. 

सदियों पुराना शहर है रतलाम

रतलाम शहर की स्थापना साल 1652 में जोधपुर के राजा उदय सिंह के पर पोते राजा रतन सिंह राठौर ने की थी. इसका पुराना नाम रतराम था, जो कि रतन सिंह और उनके पहले बेटे राम सिंह के नाम पर रखा गया था. राजा रतन सिंह मुगलों के अधीन थे और अपनी बहादुरी से उन्होंने मुगलों के लिए कई लड़ाइयों में परचम भी लहराया था. इसी कारण उन्हें इनाम स्वरूप तत्कालिक बादशाह शाहजहां ने दक्षिण पश्चिमी राजपूताना और मालवा क्षेत्र में एक बड़ा हिस्सा दिया था. उन्होंने रतराम को इसकी राजधानी बनाया जिसका नाम बाद में बदलकर रतलाम कर दिया गया. राजा रतन की मृत्यु धरमठ की लड़ाई के दौरान 1658 में हुई थी. जब रतलाम ब्रिटिश साम्रज्य के अंतर्गत आया तब कैप्टन बॉर्थविक ने 1829 में शहर को नए सिरे से बसाया. 

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औद्योगिक विकास और संस्कृति

रतलाम मध्यभारत में कुछ चुनिंदा शुरूआती व्यापारिक शहरों में से एक था. यहां अफीम, तंबाकू, और नमक की खेती की जाती थी. इसके अलावा वर्तमान समय में रतलामी सेव, यहां का सोना, और रतलामी साड़ियां काफी लोकप्रिय हैं. इसके अलावा खेती में यहां सोयाबीन, गेंहू, अफीम और  कपास की खेती की जाती है. संस्कृति की बात करें तो मालवा क्षेत्र का हिस्सा होने के कारण यहां मालवी झलक देखी जा सकती है. यह शहर अपनी मंदिरों और रीति-रिवाजों के लिए जाना जाता है.

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पर्यटन स्थल और मुख्य आकर्षण

रतलाम में घूमने फिरने वालों के लिए भी काफी जगहें हैं, जिनमें धोलावाड़ डैम, कैकटस गार्डेन और जैन धर्म के मुख्य तीर्थों में से एक बिबरोद तीर्थ शामिल हैं. यहां के मंदिर भी पौराणिक महत्व रखते हैं. इसके अलावा यहां घूमने की अन्य जगहों में महलवाड़ा, कालिका माता मंदिर, महालक्ष्मी मंदिर और सायलाना पैलेस शामिल हैं.

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रतलाम एक नजर में

  • जिला मुख्यालय -रतलाम
  • क्षेत्रफल -4861वर्ग किमी
  • जनसंख्या - 264,914
  • जनसंख्या घनत्व -299/वर्ग किमी
  • लिंगानुपात -  964/1000
  • साक्षरता -86.80%
  • तहसील -8
  • संभाग -उज्जैन
  • विधानसभा क्षेत्र -5
  • लोकसभा क्षेत्र-1
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