जिले में पटवारी द्वारा रिश्वत लेने का एक अजीब मामला सामने आया है. जहां रिश्वत लेने के बाद लोकायुक्त की टीम को देख पटवारी ने रिश्वत में लिए गए रुपये को निगल गया. रुपयों को निगलता देख लोकायुक्त की टीम ने आरोपी पटवारी को तुरंत जिला अस्पताल लेकर आये जहां निगल हुए रुपयों को रिकवरी करने की कोशिश की गई.
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दरअसल, पूरा मामला रीठी तहसील अंतर्गत उप तहसील बिलहरी का है जहां बड़खेरा निवासी चंदन लोधी ने अपने दादा पूरन लाल की जमीन का सीमांकन के लिए आवेदन दिया था. जिसमे 5 जुलाई को सीमांकन किया गया. लेकिन सीमांकन का रिपोर्ट देने के एवज में बिलहरी में पदस्थ पटवारी गजेंद्र सिंह ने 5 हजार रुपयों की मांग की थी. रिश्वत मांगने की शिकायत आवेदक ने जबलपुर लोकायुक्त में की. जिसके बाद लोकायुक्त ने टीम गठित कर रिश्वत लेते पटवारी को ट्रैप करने पहुंचे थे.
मामले पर जबलपुर से आये लोकायुक्त निरीक्षक कमल सिंह ने बताया कि आवेदक चन्दन लोधी द्वारा 10 जुलाई को शिकायत की गई थी जिसमे पटवारी द्वारा 5 हजार रु की रिश्वत की मांग की गई थी. जिसके बाद शिकायत का सत्यापन होने के उपरांत आज लोकायुक्त की 7 सदस्यीय टीम आरोपी पटवारी को ट्रैप के लिए मौके पर पहुंचे, जहां 4,500 रुपये की रिश्वत लेने के बाद लोकायुक्त की टीम को देख उसने रुपयों को निगल गया. रिश्वत में लिए गए सभी नोट 5 सौ रु के थे। रिश्वत में लिए गए नोटो की रिकवरी करने के लिए आरोपी पटवारी को जिला अस्पताल लाया गया है. जहां रिकवरी का प्रयास किया जा रहा है.
आरोपी पटवारी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है.