S. Jaishankar on Development of India: देश की राजधानी दिल्ली में NDTV द्वारा आयोजित Indian of The Year Award कार्यक्रम आयोजित किया. इसमें भारत के विकास में अपना योगदान देने वाले कई नेता, अभिनेता, बिजनेसमेन समेत अन्य लोग शामिल हुए. इस खास कार्यक्रम में भारत के केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) भी शामिल हुए. उन्हें 'इंडिया फर्स्ट' पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज पीएम मोदी सरकार (PM Modi Government) के कार्यकाल में भारत की विदेश नीति देश के दूर-दराज के इलाकों तक पहुंच चुकी है.
अर्थव्यवस्था में दिख रहा बड़ा उछाल-जयशंकर
एस जयशंकर ने अवार्ड फंक्शन के दौरान कहा, 'साल 1991 में उदारीकरण के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था 250 अरब डॉलर की थी. लेकिन, आज यह आंकड़ा 4 ट्रिलियन तक पहुंच चुका है. अब भारत हर साल 80 अरब डॉलर का व्यापार करता है.' उन्होंने आगे कहा कि भारत की लोकतंत्र ने समाज के सभी वर्गों को समान प्रतिनिधित्व दिया है. आज आप हमारी राजनीति को देख लीजिए, हमारे पत्रकारों को देख लीजिए या हमारे खिलाड़ियों को देख लीजिए, हर जगह सबको प्रतिनिधित्व मिला है.
नई पीढ़ी का विचार -'हम कर सकते हैं'
विदेश मंत्री ने भारत की नई पीढ़ी के बारे में बात करते हुए कहा, 'हमारे नागरिकों के लिए पहले जो सपने हुआ करते थे, वो अब उनकी मांग बन चुकी हैं. यह डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से संभव हो सका है. ये 'हम कर सकते हैं' वाली पीढ़ी है. ये वो पीढ़ी है, जो बुलेट ट्रेन बनाती है, जिसने चंद्रयान मिशन को सफलता से पूरा किया है और जिसने सीमा पर चीन की चुनौतियों का सख्ती से सामना किया है.'
'पाकिस्तान को दे रहे मुंहतोड़ जवाब'
विदेश मंत्री जयशंकर ने पड़ोसी मुल्क के साथ रिश्तों पर कहा, 'अतीत में, भारत ने 26/11 के बदले कोई जवाब नहीं दिया था. लेकिन, आज हमने उरी और बालाकोट के साथ पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि हम जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर लेंगे.' एस जयशंकर ने कहा कि यह भारत का विदेश मंत्री होने का सबसे अच्छा समय है. उन्होंने कहा कि विदेश में देश का चेहरा बनना सौभाग्य की बात है.
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भारतीयों का सपना बना हकीकत
उन्होंने कहा कि जो चीजें पहले हमारे लिए सपना हुआ करती थीं, वे अब हमारी मांगें बन गई हैं.यह एक ऐसी पीढ़ी है जो करना जानती है, यह वह पीढी है जो बुलेट ट्रेन बना रही है. यह वह पीढी है, जिसने सफलतापूर्वक चंद्रयान मिशन को सफल बनाया है. हमने चीन की सीमा चुनौतियों का दृढ़ता से सामना किया है.
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