RBI ने ब्याज दर में की कटौती, सस्ते होंगे लोन, EMI पर पड़ेगा ऐसा असर

RBI Monetary Policy Meeting: यह इस साल लगातार तीसरी बार हुआ है जब RBI ने रेपो रेट घटाया है. अब रेपो रेट 5.50% पर आ गया है. साल 2025 की शुरुआत से अब तक कुल 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती की जा चुकी है. फरवरी में 0.25% और अप्रैल में 0.25% कटौती के बाद, जून में यह सबसे बड़ी कटौती मानी जा रही है.

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RBI Monetary Policy Meeting 2025: आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा

RBI Monetary Policy Meeting 2025: भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए हैं. इन्हीं निर्णयों की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि "एमपीसी (मौद्रिक नीति समिति) ने रेपो दर को 50bps से घटाकर 5.5% करने का फैसला लिया गया है." उन्होंने कहा कि "MPC ने तरलता समायोजन सुविधा (LAF) के तहत नीतिगत रेपो दर को 50 बेसिस पॉइंट से घटाकर 5.5% करने का फैसला किया है. यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा. इसके परिणामस्वरूप, स्थायी जमा सुविधा (STF) दर 5.25% पर समायोजित हो जाएगी. सीमांत स्थायी सुविधा (MSF) दर और बैंक दर 5.75% पर समायोजित हो जाएगी."

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GDP कैसी है?

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ​ने कहा, "इस वर्ष 2025-2026 के लिए वास्तविक GDP वृद्धि दर 6.5% रहने का अनुमान है, जो हमारे पहले के पूर्वानुमान के अनुसार जारी रहेगी, जिसमें पहली तिमाही 6.5%, दूसरी तिमाही 6.7%, तीसरी तिमाही 6.6% और चौथी तिमाही 6.4% रहेगी. जोखिम समान रूप से संतुलित हैं."

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यह इस साल लगातार तीसरी बार हुआ है जब RBI ने रेपो रेट घटाया है. अब रेपो रेट 5.50% पर आ गया है. साल 2025 की शुरुआत से अब तक कुल 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती की जा चुकी है. फरवरी में 0.25% और अप्रैल में 0.25% कटौती के बाद, जून में यह सबसे बड़ी कटौती मानी जा रही है.

गवर्नर संजय मल्होत्रा ने यह भी कहा कि वित्त वर्ष 2026 के लिए महंगाई अनुमान को घटाकर 3.7 फीसदी कर दिया गया है, जो पहले 4 फीसदी था. उन्होंने कहा कि खुदरा महंगाई तेजी से घटी है और अप्रैल में यह गिरकर 3.16% पर पहुंच गई, जो पिछले छह साल में सबसे निचला स्तर है.

आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है. उन्होंने यह भी कहा कि लगातार तीन बार दरों में कटौती के बाद अब मौद्रिक नीति के पास ग्रोथ को सपोर्ट करने के लिए बहुत सीमित गुंजाइश बची है.

जेब पर क्या असर पड़ेगा?

RBI जिस ब्याज दर पर बैंकों को लोन देता है उसे रेपो रेट कहते हैं. आरबीआई द्वारा रेपो रेट घटने के फैसले से अब बैंक की तरफ से भी होम लोन और ऑटो जैसे बैंक लोन्स पर ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है. आपकी EMI भी घटेगी. इस कटौती से 20 लाख रुपए के 20 साल के लोन पर करीब 1.48 लाख रुपए का फायदा मिल सकता है. अगर आपने फ्लोटिंग रेट पर लोन लिया है, तो इस कटौती का असर कुछ ही हफ्तों में आपकी EMI पर दिख सकता है. वहीं, फिक्स्ड रेट वाले लोन पर यह असर नहीं दिखेगा.

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