PM Modi Interview: पीएम मोदी ने वित्तीय अनुशासन पर दिया जोर, कहा-देश चलाने के लिए फिस्कल डेफिसिट बेहद जरूर

PM Modi on Fiscal Deficit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीटीवी से बात करते हुए फिस्कल डेफिसिट और वित्तीय अनुशासन पर जोर दिया. उन्होंने इसे देश चलाने के लिए जरूरी बताया.

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PM Modi Exclusive Interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने NDTV से बातचीत करते हुए फिस्कल डेफिसिट (Fiscal Deficit) और वित्तीय अनुशासन (Financial Discipline) को बनाए रखने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि वे फाइनेंशियल डिसिप्लिन के बहुत आग्रही रहे हैं. देश को चलाने के लिए फिस्कल डेफिसिट जरूरी है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार (UPA Government) ने फिसकल डेफिसिट को स्वीकार नहीं किया था, इसका साइड इफेक्ट हुआ. फिस्कल डेफिसिट को रिलीजिएसली फॉलो करना चाहिए.

गरीब को अवसर देना होगा

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनाव से पहले बजट को लेकर मीडिया में तमाम तरह की चर्चा थी. मीडिया के आर्टिकल्स में इसे चुनावी बजट करार दिया गया. उन्होंने कहा, "सबको लग रहा था कि यह चुनाव का बजट है, मोदी रेवड़ियां बांटेगा, चुनाव जीतेगा और जब बजट आ गया तो लोगों को आश्चर्य हुआ कि यह चुनावी बजट है ही नहीं." पीएम मोदी ने कहा, "मैंने डेवलपमेंट पर खर्च किया. मुझे मालूम है कि मुझे इस देश को गरीबी से मुक्त करना है तो मुझे गरीब को अवसर देना होगा. गरीब गरीबी में रहना नहीं चाहता है, वह बाहर निकलना चाहता है. उसको हाथ पकड़ने वाला कोई चाहिए."

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UPA सरकार पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपीए सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जब यूपीए की सरकार थी तब फिस्कल डेफिसिट को उन्होंने स्वीकार नहीं किया, उसका साइड इफेक्ट हुआ है. उन्होंने कहा, "मैं मानता हूं कि फिस्कल डेफिसिट को रिलिजेसली फॉलो करना चाहिए. दुनिया में क्या हाल हुआ देखिए. लोगों को लगा कि कोरोना में नोट छापो और बांटो, दुनिया अभी भी महंगाई से बाहर नहीं आ पा रही है."

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GST को लेकर कही यह बात

पीएम मोदी ने कहा, "एक और बात जो मैंने देखी है कि जैसे-जैसे आप टैक्सेशन कम करोगे, आपका रेवेन्यू बढ़ता चला जाएगा. इनकम टैक्स भरने वालों की संख्या डबल हो गई है. जीएसटी रजिस्ट्रेशन की संख्या बढ़ रही है. लोगों को भरोसा है कि सरकार की तरफ से कोई दिक्कत नहीं है. दूसरा है वेलफेयर का विषय. मैं वेलफेयर को एक प्रकार से भारत के सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर का एक बहुत बड़े महत्व का हिस्सा मानता हूं. अगर हम वेलफेयर स्कीम को टारगेट करें और क्वालिटी ऑफ लाइफ के साथ जोड़कर करें, तो वह एसेट बन जाती है."

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क्वालिटी ऑफ लाइफ पर दिया जोर

आपने देखा होगा कि मेरे वेलफेयर स्कीम में क्वालिटी ऑफ लाइफ की गारंटी मिलती है. एक बार अच्छी जिंदगी जीने का आदत लग जाए तो फिर वो अच्छी जिंदगी जीने के लिए प्रयास भी करता है. मैं अनाज तो मुफ्त दे देता हूं, लेकिन साथ-साथ मैं पोषक आहार पर बल देता हूं. पोषक आहार से मेरे देश को हेल्दी चाइल्डहुड मिलेगा, वही मेरे देश को हेल्दी भविष्य देगा. तो ऐसी हर चीज पर मैं बल देकर काम करता हूं. कैपेक्स में भी पहले करीब 2 लाख करोड़ था, हम करीब 11-12 लाख करोड़ पर पहुंच गए, कितने लोगों को रोजगार का अवसर मिला.

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