पुरानी संसद की इमारत का नया नाम क्या है? आप भी जान लें, जाते-जाते PM मोदी ने की घोषणा

पीएम मोदी ने कहा, 'अगर आप दोनों (दोनों सदन के स्पीकर) अनुमति दें तो मेरा अनुरोध है कि इस भवन को 'संविधान सदन' के नाम से जाना जाए ताकि यह सदैव हमारे लिए प्रेरणा का काम करता रहे.'

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पीएम मोदी ने रखा पुरानी संसद का नया नाम

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पुराने संसद भवन में अपना आखिरी भाषण दिया. उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि पुराना संसद भवन 'संविधान सदन' के नाम से जाना जाएगा. इसके बाद वह सभी सांसदों को नए संसद भवन लेकर गए जो अब से आधिकारिक भारतीय संसद होगी. पीएम ने कहा, 'आज हम यहां से विदा ले रहे हैं और नए संसद भवन की ओर जा रहे हैं. यह शुभ है क्योंकि आज गणेश चतुर्थी है.'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, 'मैं आपसे अपील करता हूं और मुझे आशा है कि आप इस पर विचार करेंगे. अब जब हम नए संसद भवन जा रहे हैं तो इस सदन की गरिमा में कभी कमी नहीं आनी चाहिए. हमें इसे सिर्फ 'पुरानी संसद' नहीं कहना चाहिए. अगर आप दोनों (दोनों सदन के स्पीकर) अनुमति दें तो मेरा अनुरोध है कि इस भवन को 'संविधान सदन' के नाम से जाना जाए ताकि यह सदैव हमारे लिए प्रेरणा का काम करता रहे.'

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'संविधान सदन से जुड़ीं महान लोगों की यादें'
उन्होंने कहा, 'जब हम इसे 'संविधान सदन' कहकर पुकारते हैं तो इसके साथ उन महान लोगों की यादें जुड़ जाती हैं जो कभी संविधान सभा में बैठे थे.' पीएम मोदी ने कहा, 'हमें आने वाली पीढ़ियों को यह तोहफा देने का मौका नहीं छोड़ना चाहिए.'

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पुराने संसद भवन की इमारत 1927 में बनकर तैयार हुई थी जिसे ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर ने डिजाइन किया था. यह इमारत अब 96 साल की हो गई है.

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पुरानी इमारत बनेगी म्यूजियम?
कई साल से इसे वर्तमान जरूरतों को देखते हुए अपर्याप्त पाया जा रहा था इसलिए नए संसद भवन की आवश्यकता महसूस हो रही थी. एक दिन पहले लोकसभा में बोलते हुए पीएम ने पुरानी इमारत की 'हर ईंट' को ट्रिब्यूट दिया और कहा कि 'नई आशा और विश्वास' के साथ सभी सांसद नई इमारत में प्रवेश करेंगे. कुछ लोगों का कहना है कि पुरानी इमारत को म्यूजियम में तब्दील किया जा सकता है.

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