MP के नेता ने हिला दी झारखंड की सियासत ! चंपाई सोरेन अब हुए भाजपाई

Champai Soren Joins BJP : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री (Foermer Chief Minister) और झारखंड (Jharkhand) के प्रभारी BJP नेता शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के नेतृत्व में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है.

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Champai Soren Joins BJP : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री (Foermer Chief Minister) और झारखंड (Jharkhand) के प्रभारी BJP नेता शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के नेतृत्व में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन (Champai Soren) ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) को बड़ा झटका दिया है. खास बात है कि झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की थी. इस मुलाकात के बाद से ही चंपाई सोरेन को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थी. अब तमाम कयास सच साबित होते दिखाई दे रहे हैं.

क्या बोले शिवराज सिंह चौहान ? 

अभिनंदन सह मिलन समारोह में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चम्पाई सोरेन जी एक ऐसे नेता हैं, जो जीवन भर झारखंड के लिए लड़े और समर्पित भाव से जनता की सेवा की. लेकिन उन्हें अपमानित करने का प्रयास किया गया. आज उन्होंने तय किया है कि झारखंड को बचाने के लिए वो भारतीय जनता पार्टी ज्वॉइन करेंगे. मैं उनका स्वागत करता हूं. उनके आने से भाजपा को और ताकत मिलेगी.

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क्या बोले पूर्व CM चंपाई सोरेन ? 

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि झामुमो में अपनी उपेक्षा को लेकर दुखी हैं और बहुत सोच विचार कर ही भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया. उन्होंने कहा, “मैं अपनी पीड़ा देश और प्रदेश के लोगों के साथ साझा कर चुका हूं. पार्टी (झामुमो) में ऐसी कोई भी जगह नहीं हैं, जहां पर मैं अपनी पीड़ा व्यक्त कर सकता हूं और जो लोग मुझसे सीनियर हैं, जैसे शिबू सोरेन, लेकिन समस्या है कि वो मौजूदा समय में स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं. ऐसी स्थिति में हमें कोई मंच नहीं मिल पा रहा है, जहां अपनी पीड़ा बयां कर सकूं. ”

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इसके लिए कोई मंच नहीं मिला

उन्होंने आगे कहा, “जब मुझे झामुमो में रहते हुए अपनी बात रखने के लिए कोई मंच नहीं मिला, तो मैंने BJP की सदस्यता ग्रहण करने का फैसला किया. सच कहूं, तो मैंने आज तक कभी-भी यह नहीं सोचा था कि मुझे झामुमो से इस्तीफा देने के बाद BJP में शामिल होना पड़ेगा, लेकिन मेरे लिए झामुमो में ऐसी राजनीतिक परिस्थितियां पैदा कर दी गईं थीं कि मुझे इस्तीफा देना पड़ा. ऐसा मैंने सच कहूं, तो कभी नहीं सोचा था. मैंने अपने राजनीतिक जीवन को ध्यान में रखते हुए दो ही फैसले लिए थे कि या तो मैं अपना खुद का दल बनाऊंगा या तो राजनीति से ही संन्यास ले लूंगा, लेकिन आज की तारीख में मेरे लिए परिस्थितियां काफी अलग हो चुकी हैं. इसी वजह से मुझे यह फैसला लेना पड़ा. ”

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झामुमो के सभी पदों से इस्तीफा..

उन्होंने आगे कहा, “मैं यही सुझाव देना चाहूंगा कि अगर कोई इस तरह के आरोप लगा रहा है, तो जरा सोच समझकर लगाए, क्योंकि इन आरोपों का प्रभाव बहुत दूर तक पड़ता है. ”बीते दिनों झारखंड मुक्ति मोर्चा में अपनी उपेक्षा से व्यथित होने के बाद BJP में शामिल होने का फैसला किया. उन्होंने झामुमो के सभी पदों से इस्तीफा भी दे दिया था. उनके इस कदम के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वो अपनी पार्टी खड़ी कर सकते हैं. लेकिन अब फिर उन्होंने BJP का दामन थामने का फैसला किया है.

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