Wayanad landslide: अब तक 84 लोगों की मौत, तबाही का मंजर देख सहम जाएंगे आप

Meppadi Massive Landslide: केरल में मुंडाकायम एक और इलाका है, जो प्रकृति के कहर से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. एनडीआरएफ की टीम इलाके में पहुंच गई है. तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है. यह जगह तबाह हो गई है और कई घर नष्ट हो गए हैं.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins

Wayanad Landslide Updates: वायनाड भूस्खलन त्रासदी में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अब तक मृतकों का आंकड़ा 84 पहुंच गया है. वहीं, प्रभावित क्षेत्रों में कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. इसके साथ ही सैकड़ों लोग घायल हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.

केरल के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि राज्य सरकार ने वायनाड के चूरलमाला में हुए भूस्खलन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. इस गंभीर त्रासदी को ध्यान में रखते हुए केरल में मंगलवार और बुधवार को दो दिवसीय आधिकारिक शोक रहेगा. इन दोनों दिनों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और राज्य सरकार के सभी आधिकारिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं.

बचाव में जुटी सेना व एनडीआरएफ की टीम

मुंडाकायम एक और इलाका है, जो प्रकृति के कहर से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. एनडीआरएफ की टीम इलाके में पहुंच गई है. तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है. यह जगह तबाह हो गई है और कई घर नष्ट हो गए हैं. सेना, एनडीआरएफ, अग्निशमन बल और पुलिस प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान में लगी हुई है. एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम, विशेषकर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में भारी बारिश, बचाव कार्यों में बाधा डाल रही है.

Advertisement

राहत और बचाव में खराब मौसम बन रही है बाधा

एनडीआरएफ अधिकारी के मुताबिक ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां खराब मौसम के कारण हम अभी तक नहीं पहुंच पाए हैं. हम ऐसे क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.मुंडाकायम निवासी सफ्फाद ने कहा कि उनके माता-पिता को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनसे संपर्क नहीं हो पाया है और उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है.

Advertisement

लोगों की अब भी है राहत की उम्मीद

एक अन्य निवासी शफीक ने बताया कि वह और इलाके के करीब 300 लोग अब एक रिसॉर्ट में रह रहे हैं. हमें बताया गया है कि एनडीआरएफ की टीमें हमारे पास पहुंच गई हैं और हम बचाए जाने का इंतजार कर रहे हैं. उम्मीद करते हैं कि वे जल्दी से जल्दी हमारे पास पहुंच जाएं.

Advertisement

इलाके के दौरे पर पहुंचे मंत्री

तीन अन्य मंत्रियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना हुए राज्य के राजस्व मंत्री के.राजन ने कहा कि एमईजी बेंगलुरु से टीमों और राज्य की राजधानी से सेना की एक टीम को हवाई मार्ग से वहां पहुंचाया जा रहा है. कोच्चि से 50 सदस्यीय नौसेना दल भी वायनाड पहुंच रहा है. बताया जा रहा है कि भूस्खलन रात करीब 2 बजे हुआ.

ये भी पढ़ें- संसद में उठा भोपाल के जहरीले कचरे का मुद्दा, NDTV का सवाल कंपनी के बजाय सरकार क्यों उठाए करोड़ों का खर्च?

स्कूल की छात्राएं भी हुई प्रभावित

सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके चूरलमाला, वेल्लारीमाला, मुंडकाईल और पोथुकालू हैं. इन इलाकों के स्थानीय लोग जो किसी तरह बच निकलने में कामयाब रहे. वे इस त्रासदी की भयावहता से बेहद सदमे में हैं. वेल्लारीमाला में वीएचएसई स्कूल की प्रिंसिपल भव्या अपने छात्रों से संपर्क करने की लगातार कोशिश कर रही हैं. अब तक वह 560 छात्रों से बात कर पाई हैं और 22 से संपर्क नहीं हो पाया है.उन्होंने कहा कि मेरे स्कूल में 582 छात्र हैं. मैं अभी तक 22 से संपर्क नहीं कर पाई हूं. मुझे उम्मीद है कि वे सुरक्षित होंगे और मुझे सिर्फ़ इतना लगता है कि उनके फोन चार्ज नहीं हो रहे हैं. पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है. इस भीषण बारिश में हमारे स्कूल को नुकसान हुआ है. मैंने अपने कई शिक्षकों से भी बात की है.

ये भी पढ़ें- एमपी के इस जिले में 56 मदरसों की मान्यता की गई समाप्त, स्कूल शिक्षा मंत्री ने क्या कहा?