देश की राजधानी दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार है.9 और 10 सितंबर को होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष आ रहे हैं. जिसके मद्देनजर सुरक्षा के इतने तगड़े इंतजाम किए गए हैं जिससे की दिल्ली एक अभेद्य किले में तब्दील हो गई है. शिखर सम्मेलन के दौरान यातायात को आसान बनाने के लिए स्कूल, बैंक और सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे. पड़ोसी राज्यों की सीमाएं भी सील कर दी जाएंगी. इसके अलावा सुरक्षा के लिए लड़ाकू विमान भी तैनात किए गए हैं.
दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन शनिवार से नई दिल्ली में शुरू होगा और इसमें वैश्विक मुद्दों पर कई चर्चाएं होंगी.शिखर सम्मेलन में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं वाले समूह जी20 के नेता भाग लेंगे और जलवायु परिवर्तन और गरीबी जैसी दुनिया की कुछ सबसे गंभीर समस्याओं पर चर्चा करेंगे. इस दौरान यूक्रेन और रूस युद्ध पर भी चर्चा संभव है.आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र नरेंद्र मोदी जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान 15 द्विपक्षीय बैठकें कर सकते हैं.जिन राष्ट्राध्यक्षों के साथ पीएम मोदी वार्ता करेंगे उनमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शामिल हैं.
अब तक की जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को अपने आधिकारिक आवास पर अमेरिकी राष्ट्रपति और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.वे मॉरीशस के नेता के साथ भी बैठक करेंगे. इसके बाद शनिवार को प्रधानमंत्री जी-20 कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा ब्रिटेन, जापान, जर्मनी और इटली के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे.मोदी रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ दोपहर के भोजन पर बैठक करेंगे. प्रधानमंत्री अपने कनाडाई समकक्ष के साथ भी बैठक करेंगे. प्रधानमंत्री बताया कि वह कोमोरोस, तुर्किए, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, यूरोपीय संघ, ब्राजील और नाइजीरिया के नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे.