पाकिस्तान के मसले पर NDTV से बोले विदेश मंत्री- "गिरते शेयर पर कौन चर्चा करना चाहता है?"

देश के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने NDTV के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में भारत से जुड़े कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी.

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देश के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने NDTV के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में भारत से जुड़े कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि  कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना बीते 10 सालों में हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है. दरअसल NDTV ने 'जी-20 की अध्यक्षता ने भारत की वैश्विक स्थिति को कैसा आकार दिया', ये समझने की कोशिश के लिए मेगा एक्सक्लूसिव सीरीज़ #DecodingG20WithNDTV आयोजित किया है. 

NDTV के मेगा एक्सक्लूसिव सीरीज़ #DecodingG20WithNDTV कार्यक्रम में एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से बातचीत करते विदेश मंत्री एस जयशंकर. उन्होंने कई अहम मुद्दों पर अपनी बातें रखीं.

विदेश मंत्री से एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से वार्ता के दौरान पाकिस्तान को लेकर भी सवाल किए गए. इस पर डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "मैंने देखा कि कैसे दुनिया ने हम पर दबाव बनाने के लिए कश्मीर का इस्तेमाल किया. आर्टिकल 370 को निरस्त करना पिछले 10 वर्षों की हमारी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है. पाकिस्तान इस पर आज भी बात करता है, लेकिन

आप सोचिए पाकिस्तान को लेकर अब दुनिया बात क्यों नहीं करती. बात साफ है...लूसिंग स्टॉक में कौन इंवेस्ट करेगा?" पाकिस्तान की कम चर्चा बाजार का फैसला है. गिरते स्टॉक कौन देखता है?


विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि नई विश्व व्यवस्था में भारत की अहम भूमिका है. हमें डिबेटिंग फोरम में डिबेट करना है. वहां मैदान नहीं छोड़ना है. लेकिन जहां बात और सहयोग से काम हो जाए, हमें वो काम भी करना है. उन्होंने बताया कि हम किसी भी वार्ता के खिलाफ नहीं हैं. बल्कि हमारा मानना है कि इसी से समस्या का हल निकलता है. उन्होंने कहा कि ये जंग का समय नहीं है. हमें एक-दूसरे को सहयोग करते हुए आगे बढ़ना होगा. विदेश मंत्री ने माना कि यूरोप में संघर्ष का असर ईंधन, भोजन पर पड़ रहा है. आर्थिक परिणामों वाली क्लाइमेट चेंज की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं. दुनिया में हालात पहले से भी ज्यादा चिंताजनक हैं." 
जयशंकर ने NDTV से कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन संकट से निपटने और ऊर्जा के नए स्रोतों के उपयोग में परिवर्तन करके दुनिया के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार का जी20 जनभागीदारी, समस्याओं का हल तलाशने में जनता की भागीदारी, चाहता है. जी20 के मुद्दे भोजन, ऊर्जा, क्लाइमेट हैं, लेकिन लाइफ़स्टाइल में भी अहम बदलाव लाने होंगे. 

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