World Heart Day : जानिए हार्ट अटैक से बचाव और पहचान, क्या कोरोना की वजह से जा रही है जान?

पहले जहां बुजुर्गों में हार्ट अटैक ज्यादातर देखने को मिलता था. वहीं अब युवाओं में इसकी समस्या देखने को मिल रही है. आखिर इसकी वजह क्या है? लोगों में हार्ट अटैक की समस्या का संबंध क्या कोरोना (Covid-19) से है? आईए जानते हैं.

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World Heart Day : दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने की वजह से हजारों-लाखों लोगों की जान चुकी है लेकिन पिछले कुछ समय से हैरान करने वाली घटनाएं देखने को मिल रही है. पहले जहां बुजुर्गों में हार्ट अटैक ज्यादा देखने को मिलता था. वहीं अब युवाओं में भी यह समस्या देखने को मिल रही है. आखिर इसकी वजह क्या है? लोगों में हार्ट अटैक की समस्या का संबंध क्या कोरोना (Covid-19) से है? आईए जानते हैं.

सिर्फ कोरोना वायरस हार्ड डिजीज की जड़ नहीं

हार्ट अटैक की घटनाएं बुजुर्ग, टीनएजर्स, पहलवान और युवाओं में देखने को मिल रही है, बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों के पीछे लोग कोरोना महामारी को जिम्मेदार बता रहे हैं लेकिन कोरोना महामारी के दौरान लोगों के शरीर में खून का थक्का जैसी समस्याएं देखने को मिली है. इस पर डॉक्टर्स का कहना है सिर्फ कोरोना वायरस हार्ड डिजीज की जड़ नहीं है.

हार्ट डिजीज की बात की जाए तो महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में ज्यादा हार्ट अटैक के मामले देखने को मिल रहे हैं. मोटापा, डायबिटीज, स्ट्रेस कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर जैसे गंभीर रोग हार्ट डिजीज और हार्ट अटैक की बड़ी वजह हैं. 

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हार्ट अटैक के लक्षण को कैसे पहचाने?

ज्यादातर लोगों को जब हार्ट अटैक आता है तो वह इस बात को पहचान नहीं पाते हैं और शरीर में हो रहे बदलाव को इग्नोर करते हैं. इसीलिए हार्ट अटैक के लक्षणों के बारे में जानना जरूरी है. हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग-अलग प्रकार से देखने को मिलते हैं पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक आने पर गर्दन, कंधे, पीठ और पेट में दर्द जैसी समस्याएं होती हैं. 

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हार्ट अटैक से बचाव

मेडिकल एक्सपर्ट (Medical Expert) का कहना है कि अगर किसी को हार्ट अटैक आता है तो उसे तुरंत सीपीआर (CPR) देना चाहिए जिससे मरीज के बचने की उम्मीद बढ़ जाती है. सीपीआर की प्रक्रिया में मरीज को सीधे लेट कर उसके दिल के पास जोर से दबाया जाता है जिससे रक्त संचार ठीक हो सके.

डॉक्टर को तुरंत दिखाना जरूरी

यदि कोई व्यक्ति दिल की बीमारी से पीड़ित है और उसे हार्ट अटैक आता है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. यदि इमरजेंसी मेडिकल हेल्प नहीं मिल पा रही है तो एस्प्रिन की गोली को साथ रखें. यह गोली धमनियों के अंदर बनने वाले रक्त के थक्के को तोड़ने में सहायता करती है.

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Disclaimer: यहां पर दी गई घरेलू नुस्खों व आम जानकारी पर आधारित है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा किसी संबंधित विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. NDTV इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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