Health and Lifestyle News : ठंड (Winter) शुरु होते ही मार्केट में शकरकंद (Sweet patato) मिलना शुरु हो जाता है. व्रत और त्योहारों में लोग ज्यादा इसका ज्यादा सेवन करते हैं. इसको खाना सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दूध, मावा और घी की तरह मार्केट में मिलावटी शकरकंद (Adulterated Sweet Potatoes) भी मिलने लगा है. मिलावटी चीजों के सेवन से गंभीर स्वास्थ्य (Health Issue) की शिकायत होने लगती है. ऐसे में FSSAI यानी भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने शकरकंद की शुद्धता को पहचानने के लिए टिप्स (Tips) शेयर किए हैं. आइए जानते है कि कैसे आप असली और नकली शकरकंद का पता लगा सकते हैं?
रंग के आधार पर पहचान
ज्यादातर लोग ऐसे ही फल खरीदते हैं, जिसका कलर डार्क (Dark) और साफ (Clean) हो. लोगों की यही परख और पसंद को देखते हुए व्यापारी ऊपरी भाग में रंग लगाकर बेचते हैं. शकरकंद के ऊपरी परत को रंगने के लिए 'रोडामाइन बी' (Rhodamine B) का उपयोग किया जाता है. बता दें कि FSSAI के अनुसार इस रोडामाइन बी का सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ावा दे सकता है. रोडमाइन बी (Rhodamine B), एक खाद्य कलर है जो खाद्य पदार्थों को एक चटक गुलाबी रंग देता है. इससे किडनी और लीवर में कैंसर और डिजेनरेटिव परिवर्तन हो सकते हैं.
ऐसे करें मिलावटी शकरकंद की पहचान
एक रुई के गोले को पानी या फिर तेल में डुबोएं. अब इस कॉटन बॉल को शकरकंद के बाहरी सतह में रगड़िए. रगड़ते वक्त यदि कॉटन बॉल साफ रहे या कोई रंग न निकले तो शकरकंद खाने लायक होता है. ऐसे शकरकंद का सेवन आप कर सकते हैं, इसमें मिलावट नहीं होती है और यह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक नहीं होते हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)