Chikungunya Case in Gwalior: ग्वालियर में डेंगू (Dengue) के बाद चिकनगुनिया (Chikungunya Outbreak) का प्रसार बढ़ता ही जा रहा है. इस बीमारी से मध्यप्रदेश में पहली मौत भी ग्वालियर में हुई थी. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग (Health Department) और जिला प्रशासन द्वारा किये गए रोकथाम के तमाम प्रयास बेनतीजा निकले और बीते रोज तो इसमें विस्फोट ही हो गया. न केवल ग्वालियर (Gwalior) बल्कि पूरे प्रदेश में पहली बार ही है जब एक दिन में चिकनगुनिया के 58 केस निकले हो. ग्वालियर में पहले डेंगू का प्रकोप था और इसके अब तक़ 1505 मरीज मिल चुके है. अगर इंदौर के 645 और भोपाल के 500 डेंगू के मामलों को मिला भी लिया जाए तो भी इनसे 400 से ज्यादा केस निकल चुके है.
डेंगू के बाद चिकनगुनिया ने दिखाया कहर
डेंगू की रफ्तार थमी तो चिकनगुनिया ने पैर पसारने की शुरू कर दी. इसका पहला मरीज यहां 7 सितम्बर को मिला था. इसके बाद से इसकी रफ्तार बढ़ती ही जा रही है. अब तक यहां 280 मरीज चिकनगुनिया के मिल चुके हैं. हालांकि भोपाल में अब तक 280 मरीज मिल चुके है, लेकिन वहां इससे कोई मौत नहीं हुई, जबकिं ग्वालियर में एक रिटायर फौजी की जान जा चुकी है. इतना ही नहीं सोमवार को यहां जबरदस्त विस्फोट हुआ. कल 104 सैम्पल की जांच हुई, जिनमें से 50 फीसदी से ज्यादा यानी 58 में चिकनगुनिया पॉजिटिव पाया गया.
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार इस क्षेत्र में सक्रिय है. बीते रोज भी यहां संयुक्त स्वास्थ्य कैम्प लगाया गया. सीएमएचओ डॉ सचिन श्रीवास्तव का कहना है कि इन इलाकों में लगातार शिविर लगाए जा रहे है. चिकनगुनिया के इस नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए सेंपल गजराराजा मेडिकल कॉलेज (GRMC) की वायरोलॉजी लेब में भेजे जा रहे हैं.
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