शेफाली वर्मा और जेमिमा रोड्रिग्ज ने ट्विंकल और काजोल के शो में खोले कई राज

Two Much with Kajol and Twinkle: ताजा जीत के बाद, जेमिमा ने 52 साल बाद विश्व कप जीतने की भावना को यूं बयां किया और कहा कि यह सिर्फ हमारा नहीं, बल्कि हर भारतीय का सपना है, और हम बहुत खुश हैं कि हम ये कर पाए.

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Two Much with Kajol and Twinkle: काजोल (Kajol) और ट्विंकल (Twinkle) ने विश्व कप चैंपियंस शफाली वर्मा (Shafali Verma) और जेमिमा रोड्रिग्ज (Jemimah Rodrigues) का स्वागत टू मच विद काजोल एंड ट्विंकल (Two Much with Kajol and Twinkle) के एक खास एपिसोड में  किया. जो सीधे दिल में छू जाता है. बचपन की मेहनत से लेकर बड़े मैच के प्रेशर और जीत के रोमांच तक, उन्होंने ऐसी कहानियां साझा कीं, जो मजेदार, भावुक और प्रेरणादायक थीं. यह जुनून, हौसले और भारत में महिला क्रिकेट की अटूट प्रगति का रंगीन जश्न है.

जीतने की भावना

ताजा जीत के बाद, जेमिमा ने 52 साल बाद विश्व कप जीतने की भावना को यूं बयां किया और कहा कि यह सिर्फ हमारा नहीं, बल्कि हर भारतीय का सपना है, और हम बहुत खुश हैं कि हम ये कर पाए. हमने पहले भी बात की थी कि यह वर्ल्ड कप सिर्फ हमारा नहीं है, बल्कि उन सभी पीढ़ियों का है, जिन्होंने हमारे लिए नींव रखी जिससे आज हम क्रिकेट खेल पा रहे हैं. इसलिए यह सबका कप है. आखिरी विकेट को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वो जब आखिरी विकेट गया और हम जीत गए, हम सब हैरी दी की तरफ भागे, जिन्होंने आखिरी कैच लिया. लेकिन किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था. समझ नहीं आ रहा था कि ये सच में हुआ है या सपना है. क्योंकि हम जिंदगी भर से इस पल का सपना देख रहे थे.

हॉकी चुनने वाली थीं

जेमिमा ने वह दिलचस्प मोड़ भी साझा किया जब वह क्रिकेट छोड़कर लगभग हॉकी चुनने वाली थीं. जेमिमा ने कहा कि मैंने हॉकी से पहले क्रिकेट खेलना शुरू किया था. हम भांडुप से बांद्रा शिफ्ट हुए क्योंकि बहुत ट्रैवलिंग होती थी और बांद्रा में रहना बहुत महंगा है. हम मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं. वहां एक अंकल ने मुझे हॉकी स्टिक दी और कहा कि जाकर खेलो, मेरी बेटी भी खेलती है. मैंने खेलना शुरू किया और हॉकी में भी अच्छा करने लगी. मजेदार बात ये है कि मुझे स्टेट हॉकी टीम में क्रिकेट से पहले चुना गया! तो मेरे दोस्त सोचते थे कि जेमी इंडिया के लिए हॉकी ही खेलेगी. आखिरकार दोनों में से चुनने के समय उन्होंने क्रिकेट क्यों चुना? उस लेवल पर, क्रिकेट में मैं हॉकी से ज्यादा आगे बढ़ चुकी थी, इसलिए हमने क्रिकेट चुना. पर मेरा सपना आज भी है कि दोनों खेलों में भारत के लिए खेलूं.

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