Rekha Birthday Special: इस फिल्म के जरिए रेखा ने कैसे बयां कर दी थी अपनी जिंदगी की कहानी?

Rekha Birthday Special: फिल्म 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' (Khiladiyon Ka Khiladi) में रेखा (Rekha) का एक नकारात्मक किरदार में होने के बावजूद दर्शकों के दिलों में जगह बना गई.

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रेखा नकारात्मक किरदार में होने के बावजूद दर्शकों के दिलों में जगह बना गई.

फिल्म निर्देशक उमेश मेहरा (Umesh Mehra) ने साल 1996 में 'खिलाड़ी' सीरीज की अपनी दूसरी फिल्म 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' (Khiladiyon Ka Khiladi) बनाई थी. उस समय अक्षय कुमार (Akshay Kumar) बॉलीवुड में एक बड़े एक्शन हीरो के रूप में उभर रहे थे. हालांकि तब इस फिल्म में उनसे कहीं बड़ी स्टार काम कर रही थीं. वो स्टार थीं बॉलीवुड की कोहिनूर रेखा. इस फिल्म में रेखा (Rekha) का जलवा शुरुआत से ही देखने को मिलता है. दरअसल, फिल्म के कलाकारों की सूची में पहला नाम रेखा (Rekha) का ही होता है.

नकारात्मक किरदार में होने के बावजूद छा गई थीं रेखा

फिल्म के शुरुआती सीन में मैडम माया का किरदार निभा रहीं रेखा (Rekha) ने अपनी खूबसूरती और फैशन से फिल्म में चार चांद लगा दिए थे. चटक लाल लिपिस्टिक, बूट, फैशनेबल चश्में, इयररिंग्स, चेहरा छोड़ सर से पैर तक ढकी हुई ड्रेस. रेखा के इस अंदाज में मैडम माया का किरदार आज भी दर्शकों के दिलों दिमाग में छाया हुआ है.

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खिलाड़ियों का खिलाड़ी में रेखा का मैडम माया का किरदार आज भी दर्शकों के दिलों दिमाग में छाया हुआ है.

इतना ही नहीं इस फिल्म में रेखा ने अक्षय कुमार (Akshay Kumar) के साथ कई रोमांटिक सीन भी किए थे, जो उस समय के सिनेमा के हिसाब से बहुत आगे के थे, शायद इसीलिए कहा जाता है कि रेखा अपने समय की एक्ट्रेस से कहीं आगे की सोच रखती थीं. इस फिल्म में अक्षय और रेखा द्वारा कीचड़ में किया गया डांस आज भी रेखा के चाहने वालों के जहन में जिंदा है.

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सुपरहिट साबित हुई थी रेखा की फिल्म खिलाड़ियों का खिलाड़ी 

बता दें कि खिलाड़ियों का खिलाड़ी (Khiladiyon Ka Khiladi) साल 1996 की सबसे बड़ी हिट साबित हुई थी. इस फिल्म के लिए रेखा (Rekha) को साल 1997 में फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार और उसी साल स्टार स्क्रीन अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ खलनायिका का पुरस्कार मिला था.

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कैसे सच साबित हुई रेखा की ये लाइन

रेखा साल 1996 में ही इस फिल्म के जरिए अपनी जिंदगी की कहानी भी बयां कर दी थी. दरअसल, इस फिल्म में मैडम माया बनी रेखा (Rekha) शराब का गिलास हाथ में पकड़ कर अपनी जिंदगी की कहानी बयां कर दी थी.

जब भी हमारी किस्मत हमें मुस्कुराते हुए देखती है तो उसे जलन होने लगती है. किस्मत माया को सब कुछ दे सकती है, प्रिया सब कुछ. अगर नहीं दे सकती तो बस एक प्यार. बस एक प्यार नहीं दे सकती. जो थोड़ी देर के लिए आकर हमारे दिल में ठहर जाए. अरे, अगर हमें जरा सी खुशी मिल जाती. तो किसी का क्या बिगड़ जाता? हर बार यही हुआ है'.

रेखा

रेखा (Rekha) द्वारा इस फिल्म में कही गईं ये लाइनें उनके जीवन में सच साबित हुईं. दरअसल, रेखा और मुकेश अग्रवाल की शादी तो हुई, लेकिन इनका रिश्ता ज्यादा दिन तक टिक न सका. शादी के सिर्फ छह महीने बाद ही उन्होंने मौत को गले लगा लिया. उसके बाद रेखा का नाम एक्टर विनोद मेहरा के साथ जुड़ा था, सिर्फ नजदीकियां ही नहीं दोनों की शादी की खबरें भी सामने आई थीं. हालांकि रेखा ने विनोद मेहरा संग शादी की बातों को हमेशा खारिज किया है. रेखा ने साल 2004 में सिमी ग्रेवाल के लोकप्रिय चैट शो ‘रेंडीजवस विद सिमी ग्रेवाल' में कहा था कि वो और विनोद मेहरा सिर्फ अच्छे दोस्त थे और एक-दूसरे के करीब थे.

रेखा (Rekha) को उनके जीवन की खुशी मिली हो या नहीं, ये तो रेखा (Rekha) से बेहतर शायद ही कोई बता पाए, लेकिन रेखा ने अपनी खूबसूरती, फैशन और अभिनय से बॉलीवुड के चाहने वालों के दिलों में जो जगह बनाई, वो जगह शायद ही कोई और एक्ट्रेस कभी ले पाएगी.

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