Ramayana: रामायण (Ramayan) के विशाल ब्रह्मांड में हर पात्र भाग्य के खुलने में योगदान देता है, लेकिन कुछ ही ऐसे हैं जो सूर्पनखा की तरह प्रभाव छोड़ते हैं. अक्सर अपनी संक्षिप्त लेकिन उग्र उपस्थिति के लिए याद की जाती है, वह वही है जिसकी भावनाओं ने संघर्ष की पहली लहर पैदा की, जिससे सीता का अपहरण हुआ और राम और रावण के बीच महाकाव्य युद्ध हुआ.
सूर्पनखा कभी अपनी सुंदरता
बहुत से लोग शायद यह नहीं जानते होंगे कि सूर्पनखा कभी अपनी सुंदरता, आकर्षण और जादू के लिए प्रसिद्ध थी. एक आयामी खलनायक होने से कहीं दूर, वह एक जादूगरनी थी, अपने आप में शक्तिशाली, इच्छा व्यक्त करने में साहसी और टकराव में निडर. राम और लक्ष्मण के साथ उसका सामना सिर्फ कथानक में एक महत्वपूर्ण मोड़ नहीं है, यह वह जगह है जहां क्रिया, परिणाम और गहरी भावनाएं एक साथ आती हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार नमित मल्होत्रा की रामायण में सूर्पनखा की भूमिका को रकुल प्रीत सिंह ने सूक्ष्म और प्रभावशाली ढंग से निभाया है. अपनी सहज शालीनता और अभिव्यंजक स्क्रीन प्रेजेंस के लिए जानी जाने वाली रकुल ने इस किरदार में एक तीव्रता लाई है, जिसमें उसके दिल टूटने और उसके क्रोध दोनों को दर्शाया गया है.
रणबीर कपूर राम की भूमिका में
फिल्म में रणबीर कपूर राम की भूमिका में हैं, साई पल्लवी सीता की भूमिका में हैं और यश रावण की भूमिका में हैं. यह एक शक्तिशाली कलाकार है जो महाकाव्य की मांग के पैमाने और भावना को पूरा करने का वादा करता है. लेकिन सूर्पनखा का समावेश कहानी में एक तीव्र भावनात्मक धार लाता है, जो हमें याद दिलाता है कि अस्वीकृति का एक क्षण भी मिथक और स्मृति के पाठ्यक्रम को बदल सकता है. सूर्पनखा की भूमिका सिर्फ एक ट्रिगर से कहीं ज्यादा है. यह स्त्री के क्रोध और परिणाम का प्रतीक है.
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