Dharmendra Death News: ‘अगर तकदीर में मौत लिखी है' से लेकर ‘कुत्ते, मैं तेरा खून पी जाऊंगा’ तक, धर्मेंद्र के टॉप 10 आइकॉनिक डायलॉग

Dharmendra Death News: ही-मैन धर्मेंद्र हमारे बीच नहीं रहे. सोमवार को Dharmendra के निधन की खबर ने उनके चाहने वालों को मायूस कर दिया. लेकिन,अपने दमदार डायलॉग्स से धर्मेंद्र फैंस के दिलों पर हमेशा राज करेंगे. चाहे बात हो 'कुत्ते, मैं तेरा खून पी जाऊंगा' की या फिर 'अगर तकदीर में मौत लिखी है तो कोई बचा नहीं सकता' की- इन लाइनों ने सिनेमा के इतिहास में अमिट छाप छोड़ी है. ये Dharmendra iconic dialogues आज भी असरदार हैं. आइए जानते हैं Dharmendra Best Dialogues, जिन्होंने उन्हें असली हीरो बनाया.

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Veteran Actor Dharmendra Health Update:

Dharmendra Death News: बॉलीवुड के हीमैन कहे जाने वाले अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. कुछ दिन पहले वे अस्पताल में भी भर्ती हुए थे, स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद वे घर लौटे थे. लेकिन, सोमवार को उनकी निधन की खबर Dharmendra Death News सामने आई. जिसने उनके चाहने वालों का दम तोड़ दिया. हीमैन धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन कई ऐसे डायलॉग हैं जो हमेशा याद रखे जाएंगे. 

Dharmendra Death इस खबर में हम बात करेंगे धर्मेंद्र के उन 10 दमदार डायलॉग की जो आज भी लोगों की जुबां पर रटे हुए हैं. फिर चाहें वह 'कुत्ते, मैं तेरा खून पी जाऊंगा...' से लेकर 'बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना' हो या फिर अगर तकदीर में मौत लिखी है तो कोई भी. आइए, बॉलीवुड के ही-मैन कहने जाने वाले Dharmendra के इन दमदार डायलॉग को जानते हैं... Dharmendra Famous Dialogues List

Dharmendra Best Dialogues: पढ़िए, अभिनेता धर्मेंद्र के बेस्ट डायलॉग

  1. 'बसंती, इन कुत्तों के सामने मत नाचना', फिल्म: शोले (Sholay, 1975)
  2. 'कुत्ते कमीने! मैं तेरा खून पी जाऊंगा', फिल्म: यादों की बारात (Yaadon Ki Baaraat, 1973)
  3. 'एक-एक को चुन-चुन के मारूंगा... चुन-चुन के मारूंगा', फिल्म: शोले (Sholay, 1975)
  4. 'ओए! इलाका कुत्तों का होता है, शेर का नहीं', फिल्म: यमला पगला दीवाना (Yamla Pagla Deewana, 2011)
  5. 'अगर तकदीर में मौत लिखी है तो कोई बचा नहीं सकता, अगर जिंदगी लिखी है तो कोई माई का लाल मार नहीं सकता', फिल्म: धरम वीर (Dharam Veer, 1977)
  6. 'कभी जमीन से बात की है ठाकुर? ये जमीन हमारी मां है', फिल्म: गुलामी (Ghulami, 1985)
  7. 'इस कहानी में इमोशन है, ड्रामा है, ट्रैजेडी है', फिल्म: शोले (Sholay, 1975)
  8. 'ये दुनिया बहुत बुरी है शांति, जो कुछ देती है बुरा बनने के बाद देती है', फिल्म: फूल और पत्थर (Phool Aur Patthar, 1966)
  9. 'यह तो सो रहा था अमन का, बादलों को अपना तकिया बनाकर, इसे जगाया भी तुमने है और उठाया भी तुमने है.', फिल्म: जीने नहीं दूंगा (Jeene Nahi Doonga, 1984)
  10. 'किसी भी भाषा का मज़ाक उड़ाना घटियापन है और मैं वही कर रहा हूं', फिल्म: चुपके चुपके (Chupke Chupke, 1975)

Dharmendra Death News: आज भी लोगों के दिलों में हमेशा रहेंगे Dharmendra

19 का दशक हो या फिर आज का दौर, धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा के सबसे पसंद किए जाने वाले एक्टरों में से एक थे. उनकी फिल्मों और डायलॉग्स की कई पीढ़ियां दिवानी हैं. 89 साल की उम्र में भी वे लोगों के दिलों पर राज करते रहे, आज वे भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी.