जैन मंदिर पर सोशल मीडिया पोस्ट करने पर फंसे दिग्विजय सिंह, FIR दर्ज

श्री दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र, कुंडलपुर ट्वीट मामले में पुलिस एक्शन में नजर आ रही है. दमोह कोतवाली पुलिस नें ट्वीट को भ्रामक बतलाते हुए IT एक्ट और IPC की धारा 153 A, 177, 505(2) के तहत पूर्व मुख्य मंत्री दिग्विजय सिंह पर मामला दर्ज किया गया है. इससे पहले भी खरगोन हिंसा के दौरान फर्जी ट्वीट करने को लेकर दिग्विजय सिंह पर कई मामले दर्ज हो चुके हैं.

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दमोह कोतवाली पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह पर देर रात  विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है, मामला कुंडलपुर जैन सिद्ध क्षेत्र पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं द्वारा उत्पात किए जाने का भ्रामक ट्वीट करने पर दर्ज किया गया है.
दमोह का सिद्ध जैन क्षेत्र देश भर के जैन समाज का आस्था का केंद्र है, जिस पर दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने भ्रामक जानकारियों के तहत बजरंग दल पर आरोप लगाया कि शंकर जी की पिंडी लेकर उत्पात मचाया गया है.

क्या है पूरा मामला?

27 अगस्त की सुबह 6 बजकर 6 मिनट पर दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया था कि 'आचार्य श्री विद्या सागर महाराज जी द्वारा पल्लवित देश के सबसे भव्य मंदिरों में से एक श्री दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर परिसर में, कल रात से बजरंग दल के कथित असामाजिक तत्व शिवजी की पिंडी रख उत्पात शुरू कर चुके हैं. स्थिति कभी भी गंभीर मोड़ ले सकती है. यह गंभीर विषय है. प्रशासन तत्काल कार्रवाई करे'. स्थानीय प्रशासन ने तुरंत मामले की जांच के लिए एसडीएम और एसडीओपी को कुंडलपुर भेजा था. इसके बाद दमोह एसपी के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से बताया गया कि एसडीएम और एसडीओ पुलिस ने कुंडलपुर का निरीक्षण किया. कुंडलपुर संबंधी यह जानकारी पूर्णतः भ्रामक और तथ्यहीन है. 

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मंगलवार रात को कोतवाली पुलिस ने इसी ट्वीट के आधार पर आईटी एक्ट और आईपीसी की धारा 153 A, 177, 505(2) के तहत  पूर्व मुख्य मंत्री दिग्विजय सिंह पर मामला दर्ज किया गया है.
दिग्विजय सिंह पर दमोह कोतवाली में हुई पहली एफआईआर के बाद धार्मिक क्षेत्र से उपजा मामला राजनेतिक क्षेत्र में उबाल मार रहा है,अब देखना होगा कि एक जिम्मेदार राजनेतिक नेता द्वार किया गया गैर जिम्मेदाराना कृत्य मामले को किस ऊंचाई तक ले जाता है.
 

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