2600 करोड़ रुपये खर्चने के बाद भी जल जीवन का नहीं पूरा हुआ मिशन, 562 गांवों के अब भी सूखे हैं कंठ

Jal Jeevan Mission Scheme :  जल जीवन मिशन योजना केंद्र सरकार की एक बड़ी महत्वाकांक्षी पहल है. लेकिन छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में करीब 562 गांवों अभी जल जीवन मिशन का काम अधूरा है. इस पूरे मामले में बड़ी लापरवाही सामने आ रही है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
जल जीवन मिशन योजना का काम अधूरा. पानी की राह देख रहे ग्रामवासी.

Jal Jeevan Mission Yojana : छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में जल जीवन मिशन का बुरा हाल है. जिले में 660 गांव हैं, जिसमें महज 98 गांव में ही जल जीवन मिशन का काम पूरा हो पाया है. बाकी बचे शेष गांव में काम अभी भी अधूरा है. पीएचई की लापरवाही का खम्याजा ग्रामीण भुगत रहे हैं. इस भीषण गर्मी में पीएचई की जो लापरवाही है वह ग्रामीणों को भारी पड़ रही है.

ग्रामीण क्षेत्र में जल जीवन मिशन का काम अधूरा पड़ा हुआ है, शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना है जिसे विभाग कि लापरवाही के चलते इस महत्वाकांक्षी योजना पर बट्टा लग रहा है.

शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना योजना का लक्ष्य

राजनांदगांव जिले में जल जीवन मिशन के तहत लगभग 2600 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है, और इन क्षेत्रों में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना इस योजना का मूल उद्देश्य है. लेकिन यह योजना अपने मूल उद्देश्य से भटकती हुई नजर आ रही है. पीएचई की जो लापरवाही है, वह कहीं न कहीं इन कार्यों पर प्रश्न चिन्ह लगा रही है.

ये भी पढ़ें-  IIITDM की छात्रा ही बना रही थी हॉस्टल के बाथरूम में नहाने वाली सहपाठियों का गुप्त वीडियो, इनको करती थी सप्लाई

Advertisement

तरह-तरह की समस्याएं हैं

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में काम अधूरा पड़ा हुआ है. कहीं टंकी निर्माण पूरा हो चुका है, तो पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है. वहीं, कहीं पाइपलाइन पूरी बिछ चुकी है, तो टंकी का निर्माण नहीं हुआ है. कहीं दोनों काम हो गए हैं, तो टंकी लीकेज है और स्थिति ऐसी है कि कई जगह टंकी में पानी चढ़ भी नहीं पा रहा है.

ये भी पढ़ें- MP Accident: अनूपपुर में बड़ा हादसा, बस-ऑटो रिक्शा की टक्कर में तीन लोगों की मौत, पांच घायल